आधुनिक जमाने में अब वो दिन गए जब लड़कों और लड़कियों में अंतर किया जाता था। आज ऐसे दिन आ गए हैं कि अब मेकअप से लेकर ड्रेस तक सब समान हो गया है। जहां लड़कियां ब्यूटीपार्लर जाकर सज-धज रही हैं तो वहीं ऐसी ही इच्छाएं लड़कों में भी जागृत हो रही हैं। ऐसे में परिधानों में भी काफी समानताएं देखने को मिल रही हैं। अब तक लडकियां ही लड़को के ड्रेसों को अपनाती रही हैं लेकिन अब लड़के भी लड़कियों के ड्रेस अपना रहे हैं। लड़कियां जहां जींस, शर्ट, बूट आदि पहन रही हैं तो वहीं अब लड़के भी स्कर्ट जैसी परिधान पहन सकेंगे। जी हां, ब्रिटेन के एक नामी बोर्डिंग स्कूल में अब लड़कों को भी सकर्ट पहनने की मंजूरी मिल गई है।

दरअसल, ब्रिटेन के एक प्रतिष्ठित स्कूल ने यूनिफॉर्म में लैंगिक भेदभाव खत्म करने के लिए अनूठा कदम उठाया है। रुटलैंड स्थित अपिंघम बोर्डिग स्कूल ने छात्रों को भी स्कर्ट पहनने की अनुमति दे दी है। इससे पहले स्कूल ने लैंगिक भेदभाव मिटाते हुए छात्र-छात्रा की जगह शिष्य (प्यूपल) शब्द के प्रयोग को बढ़ावा दिया था। स्कूल के हेडटीचर ने कहा कि अगर कोई भी लड़का स्कर्ट पहनने की इच्छा जाहिर करता है तो उसे ऐसा करने दिया जाएगा। बता दें कि 36 हजार ब्रिटिश पाउंड यानी लगभग 33 लाख रुपये सालाना फीस वाले इस बोर्डिंग स्कूल में साल 1973 में पहली छात्रा को ऐडमिशन दिया गया था और अब यहां लड़के और लड़कियां साथ पढ़ते हैं।

इस स्कूल में पढ़े टेलीविजन एक्टर ने कहा था कि अगर स्कूल में उन्हें स्कर्ट पहनने की इजाजत होती तो वह जरूर पहनते। उन्होंने सात साल की आयु तक अपिंघम स्कूल में पढ़ाई की थी। जेसन का कहना था कि स्कूल में जेंडर न्यूट्रल यूनिफॉर्म (ऐसे कपड़े जो किसी लिंग विशेष के लिए न हों) को लागू करना चाहिए।

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