भारत दौरे पर आए नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। मुलाकात के बाद साझा प्रेस कांफ्रेंस में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा भारत और नेपाल के संबंध हिमालय के जितने पुराने हैं। इस दौरान दोनों देशों के बीच सड़क, सुरक्षा, बिजली, पानी के कुल 8 समझौते भी हुए।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत नेपाल का स्वाभाविक साझेदार है। हमने हर कदम पर नेपाल की मदद की और आगे भी करेंगे। उन्होंने कहा भूकंप के बाद भारत ने नेपाल को फिर से खड़ा होने में मदद की है। नेपाल के विकास में भारत भी एक अहम साझेदार है और वहां भारत के सहयोग से कई तरह की विकास की योजनाएं चल रही है। पीएम मोदी ने अपने नेपाली समकक्ष को आश्वस्त किया और कहा कि हम इस सहयोग को और भी आगे बढ़ाएंगे। नेपाल में चीन के बढ़ते हुए प्रभाव के बीच पीएम मोदी ने कहा कि दोनों देशों के सुरक्षा और हित एक दूसरे पर निर्भर हैं।
अपने संबोधन में मोदी ने हर साल आने वाली बाढ़ की समस्या को दूर करने के लिए साथ में कदम उठाए जाने की बात कही। साथ ही नेपाल में आई बाढ़ के लिए भारत की तरफ से हर मुमकिन मदद करने का भी आश्वासन दिया। मोदी ने यह भी उम्मीद जताई कि नेपाल में बनने वाला संविधान सभी वर्गों को ध्यान में रखकर तैयार होगा। पीएम मोदी ने नेपाल के नागरिकों के उपलब्धियों की भी तारीफ की।
आज प्रधानमंत्री देउबा और मैंने, दोनों देशों की साझेदारी की असीम संभावनाओं पर बहुत विस्तार से और बहुत सकारात्मक बातचीत की है:PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) August 24, 2017
इस दौरान दोनों देशों ने सड़क, सुरक्षा, बिजली, पानी सहित कुल 8 समझौते किए। इस समझौते में भारत ने नेपाल में 50 हजार घर बनाने का भी वादा किया। इसके अलावा दोनों देशों ने बौद्ध और रामायण टूरिज्म सर्किट के विकास के लिए भी एक समझौते पर हस्ताक्षर किए।
साझा बयान में नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने कहा कि नेपाल कभी भी अपनी धरती से भारत-विरोधी गतिविधियां नहीं चलने देगा। उन्होंने पीएम मोदी के मेक इन इंडिया अभियान में भी भरोसा जताया है। उन्होंने कहा कि इससे नेपाल को भी अपने विनिर्माण क्षेत्र को पटरी पर लाने में मदद मिलेगी और साथ ही रोजगार सृजन भी होगा।
आपको बता दें कि नेपाल के प्रधानमंत्री चार दिन की यात्रा पर कल भारत पहुंचे है।