बिहार के गया जिले में संदिग्ध ऑनर किलिंग के तहत नाबालिग लड़की की हत्या को अगवा कर हत्या के मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। परिजन इसे गैंगरेप-मर्डर बता रहे हैं तो पुलिस इसे ऑनर किलिंग के एंगल से भी देख रही है।

गया में बुनियादगंज के पटावाटोली से 28 दिसंबर से लापता नाबालिग का शव 6 जनवरी को मिला था। शव मिलने से आक्रोशित परिजनों ने रेप के बाद हत्या की बात कहते हुए पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया था। लेकिन पुलिस इसे ऑनर किलिंग का मामला बता कर मृतक के माता-पिता को गिरफ्तार कर लिया है।

घटना के बारे में परिजनों का कहना है कि बुनियादगंज थाना के पटवा टोली की निवासी 16 साल की एक नाबालिग लड़की 28 दिसंबर की शाम से लापता थी। काफी खोजबीन के बाद परिजन बुनियादगंज थाना पहुंचे तो पुलिस ने मामले दर्ज करने में बहानेबाजी करते हुए लौटा दिया।

इस बीच एसपी के निर्देश पर 4 जनवरी को गुमशुदगी का सनहा दर्ज हुआ और 6 जनवरी को नाबालिग का क्षत-विक्षत शव घर और थाना के बीच में बरामद हुआ। शव मिलने के बाद मृतक के पिता ने आरोप लगाया था कि रेप के बाद उसके बेटी की हत्या कर दी गई, जिसमें धारदार हथियार के साथ ही एसिड का प्रयोग किया।

मामला दर्ज करने के बाद भी पुलिस ने किसी तरह का कदम नहीं उठाया। हालांकि पुलिस इसे ऑनर किलिंग के एंगल से देख रही है। गया के एसएसपी राजीव मिश्रा के अनुसार मां और बड़ी बहन ने मृतक के 31 जनवरी को लौटने की बात स्वीकर किया है, लेकिन पहले के बयानों में वे इस बात को छिपा रहे थे। बकौल एसएसपी इससे इनकी मिलीभगत की आंशका सही साबित हो रही है।

हालांकि एसएसपी ने कहा कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद पूरे मामले का खुलासा हो सकता है। पुलिस इसे गैंगरेप की वारदात नहीं मान रही है और इस बीच पुलिस ने माता-पिता और एक युवक एवं पिता के दो सहयोगियों को गिरफ्तार किया है। बहरहाल इस घटना ने राजनीतिक रंग भी लेना शुरू कर दिया है। और इसके विरुद्ध में पटवा टोली में हजारों महिला-पुरुषों ने अपना पावर लूम भी बंद रखा था।

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