Mulayam Singh के समाजवादी कुनबे का एक कार्यक्रम लखनऊ में आयोजित हुआ। मौका था मुलायम परिवार के इकलौते प्रोफेसर राम गोपाल यादव के जीवन पर लिखी किताब ‘राजनीति के उस पार’ का विमोचन था। इस कार्यक्रम में पूरा यादव परिवार वर्षों बाद मुलायम सिंह के सानिध्य में जमा हुआ।
इस मौके पर जानेमाने कवि और वक्ता कुमार विश्वास भी उपस्थित थे। जिनको नेताजी (मुलायम सिंह यादव) ने सपा में शामिल होने के लिए बाकायदा आमंत्रण दे दिया, लेकिन कुमार विश्वास ने मुस्कुराते हुए हाथ जोड़ लिया।
मुलायम सिंह ने कुमार विश्वास को सपा में शामिल होना ऑफर दिया
कुमार विश्वास ने कहा कि बड़े होकर बड़ा रहना ही नेताजी की बड्ड़पन है। कुमार ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव के साथ मंच शेयर करने के सवाल पर कहा कि यही तो हमारे इस लोकतंत्र की खूबसूरती है। हम सभी को एक-दूसरे की बातें सुननी चाहिए और एक दूसरे का सम्मान करना चाहिए। विचार और विचारधारा अपनी जगह पर अटल रहे लेकिन दिलों का प्यार भी बना रहे। लोकतंत्र का मतलब यही है।
इसे मौके पर शिवपाल यादव का आगमन देखने वालों के लिए किसी आस्चर्य से कम नहीं ता। लेकिन राजनीति पर अपनी जगह और घर की रोटी अपनी जगह। तो उसी रोटी धर्म का पालन करते हुए शिवपाल भी पहुंचे। जिसे देखकर नेताजी बहुत गदगद थे। खैर थोड़ी देर में नेताजी के हाथों में माइक दिया गया कि वो किताब और प्रो. रामगोपाल यादव के बारे में कसीदें पढ़ें लेकिन नेता जी लीक से हटकर वो बात कह गये जिसे अखिलेश यादव और शिवपाल यादव को समझनी थी।
परिवार को एकसाथ एक मंच पर देखकर नेताजी बहुत खुश थे
दरअसल नेताजी (मुलायम सिंह) ने कहा, ‘देश पर चुनौती आई तब समाजवादी पार्टी खड़ी रही। अभी महंगाई और भ्रष्टाचार का मुद्दा हो या फिर जब युद्ध का समय था, तब भी पूरा देश साथ में खड़ा था। देश के लिए सबको मिलकर खड़ा होना है। एक साथ आना है। यही मेरी कामना है। लोकसभा में जब बहस हो रही तो देख कर अच्छा लगा कि सब एकसाथ हैं। ये देखकर बहुत अच्छा लगा। देश इसी तरह से आगे बढ़ेगा।’
नेताजी ने जैसे ही माइक रखा पूरा हॉल तालियों से गड़गड़ा उठा। इस मौंके पर अखिलेश यादव ने चाचा रामगोपाल की तारीफ करते हुए कहा कि राजनीति में इनसे ज्यादा भावुक इंसान मैंने आज तक नहीं देखा।
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