सोशल मीडिया पर ब्लू वेल गेम के बाद अब मोमो चैलेंज नाम का जानलेवा गेम बड़ी तेजी से लोगों के बीच वायरल हो रहा है। दरअसल मोमो चैलेंज नाम का गेम बेहद खतरनाक है। यह  WHATSAPP  के जरिए फैल रहा है। दावा किया जा रहा है कि मोमो चैलेंज का वास्ता जापान से है और इसके लिए जिस डरावनी तस्वीर का प्रयोग किया जा रहा है उसे जापानी कलाकार मिदोरी हायाशी ने बनाया था।

हालांकि हायाशी का इस गेम से कोई लेना-देना नहीं है। यह चैलेंज काफी जोखिम भरा होता है। दिए गए काम को पूरा ना करने पर मोमो यूजर को डांटती है और कड़ी सजा देने की धमकी देती है। जिसकी वजह से यूजर डरकर उसके आदेश को मानने के लिए मजबूर हो जाता है।

यूजर मोमो की बातों में फंसकर अवसाद में चला जाता है और जान देने पर मजबूर हो जाता है। इस चैलेंज को लेने वाले ज्यादातर युवा और बच्चे हैं। साइबर विशेषज्ञ के अनुसार, ‘मोमो चैलेंज गेम से एक नहीं बल्कि कई खतरे हैं। इस गेम के जरिए अपराधी युवाओं और बच्चो को अपने जाल में फंसाते हैं। उनकी निजी जानकारी चुराने के बाद उनके परिजनों को ब्लैकमेल करने और फिरौती मांगने के लिए इसका प्रयोग करते हैं। केवल इतना ही नहीं उन्हें तनाव में डालकर आत्महत्या करने के लिए उकसाते हैं।’

इस तरह मिलता है चैलेंज
सबसे पहले यूजर को एक अज्ञात नंबर मिलता है, जिसे सेव करके हाय-हैल्लो करने का चैलेंज दिया जाता है। जिसके बाद उस नंबर पर बात करने से चैलेंज दिया जाता है। फिर आगे बढ़ते ही संदिग्ध नंबर से यूजर को डरावनी तस्वीरें और वीडियो क्लिप्स मिलने लगते हैं। इसके बाद यूजर को कुछ काम करने को दिए जाते हैं। जिन्हें पूरा ना करने की स्थिति में उसे डराया-धमकाया जाता है। धमकी से डरकर यूजर खुदकुशी करने पर भी मजबूर हो जाता है।

इस चैलेंज पर ऑस्कर अस्पताल के डॉक्टर राजेश काकडे कहते हैं, ‘यदि आपका बच्चा फेसबुक और वाट्सऐप पर काफी सक्रिय रहता है तो उसपर नजर बनाए रखें। उसे अज्ञात नंबरों से बात करने से रोकें। बच्चों की आदत में आ रहे बदलाव को नजरअंदाज ना करें। यदि वह गुमसुम और शांत रहने लगे, अचानक खाना-पीना छोड़ दे तो तुरंत मनोरोग विशेषज्ञ की मदद लें।’

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here