Maharashtra Politics: सुप्रीम कोर्ट ने शिवसेना की बगावत मामले में फैसला सुना दिया है। मुख्य न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली 5 जजों की संविधान पीठ ने उद्धव ठाकरे की सरकार को फिर से बहाल करने से इनकार दिया है। हालांकि, कोर्ट ने राज्यपाल और स्पीकर के फैसले को कई मसलों पर गलत ठहराया है। अब महाराष्ट्र के सीएम और डिप्टी सीएम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके उद्धव ठाकरे पर निशाना साधा है।
सीएम शिंदे ने कहा,
“नैतिकता की बात अब करने से अच्छा तब करनी चाहिए थी जब चुनाव हुआ था। तब अगर लोगों का निर्णय देखते हुए नैतिकता की बात करते तो भाजपा-शिवसेना की सरकार बन जाती लेकिन इन्होंने कुर्सी पाने के लिए फैसला लिया। उन्होंने कहा कि इस्तीफा आपने(उद्धव ठाकरे) किया था। आपके पास अल्पमत था, कितने लोग बचे थे? उन्हें पता था उनकी हार हो जाएगी और तब राज्यपाल ने निर्णय लिया जो सही था…शिवसेना और बालासाहेब की विचारधारा को बचाने का काम हमने किया है।”
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा,
“नैतिकता की बात करना उद्धव ठाकरे को शोभा नहीं देता। मैं उनसे पूछता हूं कि भाजपा के साथ चुनकर आए और मुख्यमंत्री बनने के लिए कांग्रेस और NCP के साथ जब गए तब नैतिकता को कौनसे डब्बे में डाला था? उन्होने डर के कारण इस्तीफा दिया था। इतना ही नहीं कुछ हार के बाद भी पटाखे फोड़ रहे हैं।”
महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने क्या कहा?
“मैं सिर्फ संसदीय और विधायी परंपरा जानता हूं और उस हिसाब से मैंने तब जो कदम उठाए सोच-समझकर उठाए। जब इस्तीफा मेरे पास आ गया तो मैं क्या कहता कि मत दो इस्तीफा।”
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