प्रसिद्ध समाज सुधारक और सिद्धगंगा मठ के शतकवीर मठाधीश श्री शिवकुमार स्वामीजी का सोमवार को यहां निधन हो गया। पद्मभूषण से सम्मानित स्वामीजी 111 वर्ष के थे। महान मानवतावादी और ‘टहलने वाले भगवान’ के तौर पर अपने अनुयायियों के बीच लोकप्रिय स्वामीजी ने सोमवार को पूर्वाह्न 11.44 बजे आखिरी सांस ली। मुख्यमंत्री एच. डी. कुमारस्वामी ने दोपहर बाद उनके निधन की घोषणा की।

कर्नाटक की राजनीति में सिद्धगंगा मठ का काफी प्रभाव रहता है। शिवकुमार स्वामी लिंगायत समुदाय के मुख्य मठ सिद्धगंगा के प्रमुख थे। ये मठ बेंगलुरु से 80 किलोमीटर दूर तुमकुरु में है। कर्नाटक में इनके मठों की संख्या 400 से ज्यादा है। स्वामीजी के निधन को लेकर आशंकित बड़ी संख्या में लोग शहर में एकत्र हो गये थे तथा तुमकुरु जाने वाले सभी मार्ग वाहनों के कारण जाम हो गये थे। पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था के व्यापक इंतजाम किए थे तथा पास के जिलों के सुरक्षाकर्मियों को भी इस काम में लगाया गया है। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक दयानंद ने बताया कि अब तक राज्य में कहीं से किसी अप्रिय वारदात की सूचना नहीं है। स्वामीजी का जन्म एक अप्रैल 1907 को एक गरीब किसान परिवार में हुआ था। उन्हें वर्ष 1930 में मठ में शामिल किया गया तथा सोमवार को आखिरी सांस लेने तक वह इससे जुड़े रहे। स्वामीजी की अंत्येष्टि तीन दशक पहले तय किए गये ‘क्रिया समाधि’ पर मंगलवार को किया जाएगा।

 राज्य सरकार ने की राज्य में तीन दिनों तक शोक मनाने की घोषणा

कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच. डी. कुमारस्वामी ने कहा कि स्वामीजी का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ मठ परिसर में किया जाएगा।  राज्य सरकार ने पूरे राज्य में तीन दिनों तक शोक मनाने की घोषणा की है। स्वामीजी पिछले कई दशकों से समाज के हर वर्ग के लोगों के लिए निस्वार्थ सेवा के कारण लोकप्रिय थे। इनमें से कई लोगों ने देश तथा विदेशों में महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की थीं। ऐसे लोग बार-बार मठ का दौरा कर स्वामीजी का आशीर्वाद लेने आते रहते थे।

राज्य में पिछले आठ दशकों के दौरान जाति, पंथ और लिंग से ऊपर उठकर लोगों की मानवता के लिए स्वामीजी की सेवा की सराहना की गयी है। सिद्धगंगा मठ प्रमुख ने सिद्धगंगा मठ में गरीब बच्चों को मुफ्त शिक्षा, भोजन के साथ-साथ परिसर में आश्रय देने के साथ-साथ बड़ी संख्या में लोगों को सशक्त बनाया। तुमकुरु जिले के क्याथसांड्रा गांव स्थित मठ का राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई दिग्गज राजनेता दौरा कर चुके हैं तथा समाज के गरीब वर्गों के लिए किये जा रहे मठ के प्रयासों की सराहना की है।

देवगौड़ा ने स्वामीजी के निधन पर जताया शोक

जनता दल (सेक्युलर) के अध्यक्ष एच. डी. देवगौडा ने सिद्धगंगा पीठ के 111 वर्षीय प्रमुख शिवकुमार स्वामीजी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। देवगौड़ा ने सोमवार को यहां एक बयान में कहा, “ स्वामीजी एक महान व्यक्तित्व थे और उन्होंने मानव जाति के लिए आठ दशक की सेवा के अपने दौर में लाखों लोगों के जीवन को प्रबुद्ध किया था।” पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वामीजी की भावना देश के लोगों के दिलों में बनी रहेगी। उन्होंने कहा,“ स्वामीजी के दिखाये मार्ग पर समाज को चलने की जरूरत है।”

 कोविंद, मोदी, राहुल ने स्वामी जी के निधन पर जताया शोक

राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत कई हस्तियों ने सिद्धगंगा मठ के प्रमुख श्री शिवकुमार स्वामी जी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है और सामुदायिक सेवाओं के लिए उनके कार्यों को याद किया है। कोविंद ने अपने शोक संदेश में कहा कि स्वामी जी के निधन की खबर सुनकर उन्हें दुःख हुआ। स्वामी जी ने शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में लोगों की काफी सेवा की। उन्होंने कहा कि वह उनके अनुयायियों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं।

मोदी ने कहा, “ मुझे सिद्धगंगा मठ जाने का अवसर प्राप्त हुआ है और मैंने परम आदरणीय शिवकुमार जी का आशीर्वाद प्राप्त किया है। उन्होंने वहां सामुदायिक जीवन की  बेहतरी के लिए काफी काम किया है जो उल्लेखनीय है और जो कुछ उन्होंने कर दिखाया है, उसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती है।”

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल  गांधी ने शोक  सन्देश में कहा, “ मुझे स्वामी जी के निधन की खबर सुनकर काफी दुःख हुआ, उन्हें सभी धर्मों एवं समुदायों के लोगों का आदर प्राप्त था। उनके निधन से एक आध्यात्मिक शून्य पैदा हुआ है।

केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि वह लिंगायत संत के निधन से दुखी हैं। स्वामी जी ने लोगों की सेवा की तथा सकारात्मक बदलाव के लिए प्रेरित किया और शिक्षा पर अपना ध्यान केन्द्रित कर लोगों के जीवन को बदलने में उन्होंने बड़ी भूमिका निभायी।

भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित  शाह ने कहा है कि स्वामी जी ने लाखों लोगों के जीवन को बदला था उनके ज्ञान एवं सकारात्मक दृष्टि से लोगों को फायदा हुआ। उन्होंने कहा, “मैं खुद को सौभाग्यशाली मानता हूँ कि उनका स्नेह मुझे प्राप्त हुआ।”

केन्द्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी और भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने भी स्वामी जी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है और उन्ही भावभीनी  श्रद्धांजलि अर्पित की है।

-साभार, ईएनसी टाईम्स

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