कल्याण सिंह: जिन्हें सीएम की कुर्सी से ज्यादा प्यारे थे राम

1967 में कल्याण सिंह पहली बार अतरौली विधानसभा क्षेत्र से यूपी विधानसभा के लिए चुने गए थे। बाद में कल्याण सिंह अपने अन्य जनसंघ सहयोगियों के साथ भाजपा में शामिल हो गए।

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Kalyan Singh Birth Anniversary
Kalyan Singh Birth Anniversary

Kalyan Singh Birth Anniversary: 1991 में उत्तर प्रदेश में पहली बार भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी, कल्याण सिंह मुख्यमंत्री बने। अलीगढ़ जिले के मढ़ोली गांव में 5 जनवरी 1932 को जन्मे कल्याण सिंह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सदस्य थे। राजनीतिक पंडितों का मानना है कि वो कल्याण सिंह ही थे समाज के हाशिए के वर्गों से संबंधित लोगों को सशक्त बनाने के लिए कई योगदान दिए। कल्याण सिंह कहते थे, “लोगों से अपने अधिकारों के लिए कभी भीख न मांगें, बल्कि उससे छीन लें जो आपको उससे वंचित करता है।

कल्याण सिंह की राजनीतिक यात्रा

1967 में कल्याण सिंह पहली बार अतरौली विधानसभा क्षेत्र से यूपी विधानसभा के लिए चुने गए थे। बाद में कल्याण सिंह अपने अन्य जनसंघ सहयोगियों के साथ भाजपा में शामिल हो गए। 1980 में उन्हें राज्य महासचिव और 1984 में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के रूप में चुना गया। 1989 के विधानसभा चुनावों के बाद वे उत्तर प्रदेश विधानमंडल में भाजपा के नेता बने। राज्य की राजनीति में एक समय ऐसा आया कि कल्याण सिंह पार्टी का चेहरा बन गए। 1992 में बाबरी मस्जिद के विध्वंस के दौरान वह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे। इस घटना के बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। विध्वंस के बाद उन्होंने कहा था, “कारसेवकों पर गोली चलाने का आदेश कभी नहीं दूंगा चाहे कुर्सी रहे या न रहे। सितंबर 2020 में, कल्याण सिंह, आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती और विहिप के अन्य नेताओं सहित अन्य भाजपा नेताओं को मामले में बरी कर दिया गया। पीएम मोदी ने ट्वीट किया, ” कल्याण सिंह उत्तर प्रदेश के विकास में अपना अमिट योगदान छोड़ गए हैं।” सिंह के निधन के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में तीन दिन के शोक की घोषणा की।

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Kalyan Singh

श्रीप्रकाश शुक्ला और कल्याण सिंह की कहानी

90 के दशक में आतंक के पर्याय श्रीप्रकाश शुक्ला ने सीएम कल्याण सिंह को मारने के लिए 6 करोड़ की सुपारी ली थी। फिर कल्याण सिंह ने 4 मई 1998 को UPPSTF का गठन करवाया और 23 सितंबर 1998 को गाजियाबाद में मुठभेड़ में श्रीप्रकाश मारा गया। आज बड़े-बड़े अपराधों पर नकेल कसने वाली एसटीएफ की टीम कल्याण सिंह की ही देन है। कल्याण सिंह जमीनी नेता होने के साथ-साथ उस समय के पक्के और दृढ़निश्चयी व्यक्ति थे। कुशल राजनेता, किसान नेता और अयोध्या राम मंदिर मामले के ऐतिहासिक नेता कल्याण सिंह ने 21 अगस्त की देर शाम अंतिम सांस ली।

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