TMC के राज्यसभा सांसद और पूर्व नौकरशाह जवाहर सरकार ( Jawhar Sircar) ने सवाल किया कि क्या विदेश मंत्री एस जयशंकर भूलने की बीमारी से पीड़ित हैं? या वह भाजपा सरकार द्वारा विदेश मंत्री बनाए जाने की वजह से उनकी तारीफ कर रहे हैं? दरअसल, ट्विटर पर जवाहर सरकार ने लिखा, ”एस जयशंकर के पिता, के सुब्रमण्यम ने कहा था, “गुजरात (2002 के दंगे) में धर्म की हत्या कर दी गई थी। जो लोग निर्दोष नागरिकों की रक्षा करने में विफल रहे, वे अधर्म के दोषी हैं। राम गुजरात के असुर शासकों के खिलाफ अपने धनुष बाण का इस्तेमाल करेंगे। इसके बाद जवाहर सरकार ने लिखा ‘बेटे को शर्म आनी चाहिए जो असुरों की सेवा कर रहा है। बता दें कि कुछ दिन पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आरोप लगाए कि कांग्रेस की इंदिरा गांधी और राजीव गांधी सरकार में उनके पिता के साथ सही सलूक नहीं किया गया। अब जयशंकर के बयान के बाद जवाहर सरकार ने सवाल पूछे हैं।
एस जयशंकर का बयान
बता दें कि एस जयशंकर ने कहा था कि उनके पिता भारत सरकार में सेक्रेटरी थे, लेकिन 1980 में सत्ता में वापसी करने के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने उन्हें पद से हटा दिया था, जिसके बाद ब्यूरोक्रेसी में उनका करियर रुक गया था। फिर बाद में राजीव गांधी के कार्यकाल में भी उनकी वरिष्ठता की अनदेखी की गई थी। जवाहर सरकार ने एस जयशंकर की इसी बात का जवाब दिया है।
कौन हैं जवाहर सरकार?
जवाहर सरकार 2021 में पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले टीएमसी में शामिल हुए। राजनीति में आने से पहले, सरकार का भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) में एक लंबा और विशिष्ट करियर था। सरकार में विभिन्न वरिष्ठ पदों पर रहे। उन्होंने 2012 से 2016 तक भारत के सार्वजनिक प्रसारक प्रसार भारती के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) के रूप में कार्य किया। वह 2008 से 2012 तक भारत के संस्कृति सचिव भी रहे।
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