अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की संरक्षणवादी नीतियों के बाद भारत की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी इंफोसिस ने अमेरिकियों को रोजगार देने की बात कही है। डोनाल्ड ट्रम्प बाय अमेरिकन और हायर अमेरिकन वाली नीति को लेकर भारतीय आईटी कंपनियों को चेताते रहे हैं।

कुछ दिन पहले ही विप्रो, इंफोसिस, टीएस जैसी भारत की तमाम दिग्गज आईटी कंपनियां डोनाल्ड ट्रम्प के निशाने पर रही है। डोनाल्ड ट्रम्प ने H1B वीजा को लेकर अपने नियम भी सख्त कर लिए हैं। इस संरक्षणवादी नीति पर अब इंफोसिस ने अमेरिकन लोगों को रोजगार देने की बात कही है। इंफोसिस के सीईओ विशाल सिक्का ने सोमवार को कहा कि अगले दो साल में इंफोसिस दस हजार अमेरिकी लोगों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सेक्टर में जगह देगी, साथ ही उन्होंने कहा कि अमेरिका के नजरिए से देखें तो उनके लिए तो अच्छा ही है क्योंकि इससे उनको रोजगार के मौके मिल रहे हैं। सिक्का ने बताया कि इसी के तहत कंपनी 2 हजार अमेरिकी लोगों को नौकरी दे भी चुकी है।

कंपनी का कहना है कि अमेरिका में कंपनी के चार टेक्नोलॉजी हब भी खोले जाएंगे, जिसकी शुरुआत अमेरिका के उपराष्ट्रपति माइक पेंस के गृह राज्य इंडियाना के अगस्ता से होगी।

बता दें कि बीतो दिनों में डोनाल्ड ट्रम्प की संरक्षणवादी नीति से भारतीय आईटी कंपनियां सकते में आ गई थी, क्योंकि आईटी कंपनी बाहर जाने के लिए H1B वीजा पर आश्रित रहती है।

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