पंजाब नेशनल बैंक को करोड़ों का चूना लगाकर एंटीगुआ में बसने वाले मेहुल चोकसी को भारत लाना अब और मुश्किल हो जाएगा। देश के सबसे बड़े बैंक घोटालों में से एक के मुख्य आरोपी चोकसी ने भारतीय नागरिकता छोड़ दी है। रिपोर्ट के अनुसार उसने अपने भारतीय पासपोर्ट को एंटीगुआ उच्चायोग में जमा करवा दिया है। इसका मतलब यह हुआ कि मेहुल को अब भारत लाना केंद्र सरकार के लिए मुश्किल हो गया है।

बता दें कि चोकसी पंजाब नेशनल बैंक में लगभग 14 हजार करोड़ रुपये के घोटाले का आरोपी है। वह घोटाले का पर्दाफाश होने से पहले ही पिछले साल जनवरी में देश छोड़कर भाग गया था। चोकसी का भांजा नीरव मोदी भी इस घोटाले में आरोपी है।

चोकसी ने अपने पासपोर्ट नंबर जेड 3396732 को कैंसिल्ड बुक्स के साथ जमा करा दिया है। नागरिकता छोड़ने के लिए चोकसी को 177 अमेरिकी डॉलर का ड्राफ्ट भी जमा करना पड़ा है। उसने हाई कमीशन को बताया कि वह नियमों के तहत एंटीगा की नागरिकता ले चुका है और भारत की नागरिकता छोड़ दी है। फरार हीरा कारोबारी का यह नया कदम सरकार के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है। सरकार जोर-शोर से चोकसी के प्रत्यर्पण की कोशिश में जुटी थी, लेकिन अब इसमें दिक्कतें बढ़ सकती हैं।

चोकसी ने पिछली सुनवाई में एक अदालत में अपने खराब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए भारत वापस आने में असमर्थता जताई थी। चोकसी ने कहा था कि वह फ्लाइट में 41 घंटे का सफर करके भारत नहीं आ सकता है। चोकसी ने भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित कराने के लिए प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग ऐक्ट (PMLA) स्पेशल कोर्ट में एन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) द्वारा दायर याचिका के जवाब में यह बयान दिया था।

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