एक तूफान और फिर सबकुछ बर्बाद। अब चाहे वो तूफान जिंदगी में आया हो या प्राकृतिक, कोई फर्क नहीं पड़ता। ऐसा ही एक तूफान यूपी में देखने को मिला जिसने कई लोगों की जानें ले ली और साथ में विश्व प्रसिद्ध ताजमहल को भी भारी क्षति पहुंचाई। बता दें कि बुधवार देर शाम आई आंधी-तूफान और ओला गिरने में ब्रज क्षेत्र में 15 लोगों की मौत हो गई, वहीं 24 से ज्यादा लोग घायल हो गए। आंधी-तूफान ने पूरे मंडल में जमकर तबाही मचाई। भयंकर तूफान और आंधी का असर ताजमहल पर भी दिखा। ताजमहल के दो गेटों की मीनारें गिरने के साथ मुख्य स्मारक को भी नुकसान पहुंचा है. ताजमहल के एंट्री गेट के दो गुलदस्ता पिलर इस तूफान में ढह कर टूट गए। इसमें किसी के हताहत होने की खबर नहीं हैं।
भयंकर तूफान से शहर से देहात तक सैकड़ों पेड़, होर्डिंग, टीनशेड, खंभे उखड़ गए। कई जगह मकान और दीवार ढह गईं। आगरा के अछनेरा और डौकी में तीन-तीन जबकि ताजगंज में दो लोगों की मौत हो गई। मथुरा और फिरोजाबाद में चार-चार लोगों की मौत हो गई। खबरों के मुताबिक, भयंकर आंधी-तूफ़ान में करीब 35 मिलीमीटर बारिश हुई और 40 मिनट तक ओले गिरते रहे। पूरे प्रदेश में 130 किमी की गति से हवाएं चलीं जिससे 80 फीसदी फसल बरबाद हो गई हैं। ब्रज इलाके में कुल 16 लोगों की मौत हुई है जबकि पूरे प्रदेश में 35 लोगों के मरने की आशंका है।
मथुरा के फरह में एक मकान गिरने से एक ही परिवार के करन (7) विशाखा (3) और नट्टू (4) की मौत हो गई। वहीं टंकी गिरने से एक वृद्धा की मौत हो गई। राजस्व विभाग के निर्देश पर आंधी-तूफान से हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है। आंधी-तूफान से पीड़ित लोगों को सरकार ने तत्काल मदद मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं।