अभी पंजाब नेशनल बैंक धोखाधड़ी का मामला सुलझा भी नहीं था बैंक ऑफ महाराष्ट्र में एक और धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। निवेशकों के साथ धोखाधड़ी के मामले में पुणे के जाने-माने बिल्डर और उद्योगपति डी एस कुलकर्णी पुलिस की गिरफ्त में है। धोखाधड़ी के इस मामले में अब एक और चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। लोन डिफॉल्ट मामले में बैंक ऑफ महाराष्ट्र के सीईओ और एमडी रविंद्र मराठे को गिरफ्तार किया गया है। 3000 करोड़ के DSK ग्रुप लोन डिफॉल्ट में पुणे पुलिस की इकोनॉमिक ऑफेंस विंग ने उन्हें गिरफ्तार किया है।

एमडी रविंद्र मराठे के अलावा बैंक के एग्जिक्यूटिव डायरेक्ट आर के गुप्ता को भी गिरफ्तार किया गया है। बैंक ऑफ महाराष्ट्र के कार्यकारी निदेशक राजेन्द्र गुप्ता, जोनल मैनेजर नित्यानंद देशपांडे, डीएसके के सीए सुनील घाटपाण्डे, वीपी इंजीनियरिंग विभाग के राजीव नेवास्कर भी गिरफ्तार किए गए हैं।।

बैंक ऑफ महाराष्ट्र के अधिकारियों की गिरफ्तारी से बैंकिंग क्षेत्र में खलबली मच गई है। गिरफ्तार किए गए अधिकारियों में बैंक के पूर्व सीएमडी सुशील मुहनोत भी शामिल हैं। रविंद्र मराठे और सुशील मुहनोत पर आरोप है कि इन्होंने दिवालिया हो चुके डीएसके ग्रुप को गलत तरीके से लोन मुहैया कराने में मदद की थी। डीएसके की कई कंपनियां सिर्फ कागजों तक ही सीमित रही। इन कंपनियों को भी बैंक से कर्ज दिए जाने की जानकारी प्राप्त हुई है। डीएसके ग्रुप के प्रमुख डीएस कुलकर्णी पुणे बेस्ड बिल्डर हैं, जिन पर 4000 निवेशकों को धोखा देने का आरोप है।

बता दें कि उद्योगपति डी एस कुलकर्णी पर बैंक का पैसा न चुकाने और सही समय पर फ्लैट न देने के आरोप थे। कुलकर्णी पर निवेशकों के 230 करोड़ रुपए भी नहीं लौटाने का आरोप है।

ब्यूरो रिपोर्ट, एपीएन

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here