नालंदा में आज से शुरु हो चुका है तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध सम्मेलन। जिसका उद्घाटन बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा करने वाले हैं। धर्म गुरु के आगमन को लेकर उनकी सुरक्षा की तैयारी कड़ी कर दी गई हैं जिसमें इंटेलिजेंस एजेंसी से लेकर मिलिट्री पुलिस तक शामिल है। बौद्ध सम्मेलन का आयोजन केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय और नव नालंदा महाविहार की ओर से किया जा रहा है। इस सम्मेलन में इटली, इंडोनेशिया, हांगकांग, जर्मनी, चीन, बांग्लादेश सहित 35 देशों के बौद्ध विद्वान भी शामिल होंगे। बता दें कि 19 मार्च को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी भी राजगीर आएंगे और इस समागम में भाग लेगें।

धर्मगुरू दलाई लामा भगवान बुद्ध के पवित्र स्थल राजगीर सड़क मार्ग पहुंचे हैं। यहां इंडो होक्के होटल में उनके ठहरने की व्यवस्था की गई है। सम्मेलन के दौरान  दलाई लामा नव नालंदा महाविहार में पुनर्मुद्रित बौद्ध ग्रंथ त्रिपिटक का विमोचन करेगें। दलाई लामा 1959 ई. में चीन से ह्वेनसांग का अस्थि कलश लेकर महाविहार आए थे।  और वे इसी महाविहार से अस्थिकलश लेकर ह्वेनसांग मेमोरियल हाल जाएंगे। और उन्हीं के द्वारा बुद्धिस्ट साइंस फैकल्टी का उद्घाटन भी होगा। इसी दौरान धर्मगुरु महाविहार परिसर में बोधि वृक्ष लगाएंगे और विश्वविद्यालय के छात्रों से बातें करेगें। जिससे महाविहार के छात्रों को भी लाभ होगा।

भारत में यह समागम पहली बार हो रहा है। इतने बड़े बुद्धिस्ट कांफ्रेंस का आयोजन नवनालंदा महाविहार कर रहा है। जिसमें धर्म गुरू 17 से 19 मार्च तक अंतरराष्ट्रीय बुद्धिष्ट कॉन्फ्रेंस में शामिल रहेगें। आपको बता दें कि धर्मगुरु दलाईलामा 16 मार्च देर शाम को राजगीर पहुंचे थे। डीडीसी कुंदन कुमार ने दलाई लामा व उनके साथ आई टीम का स्वागत किया। और इसको देखते हुए उनकी सुरक्षा के पुख्ता इंतेजाम किये गये। बता दें कि कार्यक्रम के अंतिम दिन राज्यपाल रामनाथ कोविंद, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, केंद्रीय कला संस्कृति एवं पर्यटन राज्यमंत्री महेश शर्मा एवं केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू भी मौजूद रहेंगे।

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