हरिद्वार में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए योग गुरू बाबा रामदेव ने बयान दिया है। रामदेव के मुताबिक, जो 2 से ज्यादा बच्चे पैदा करे उससे वोटिंग अधिकार वापस ले लेना चाहिए। रामदेव ने इसके अलावा अपना उदाहरण देते हुए कहा कि मेरी तरह जो व्यक्ति शादी ना करे, उसे समाज में विशेष सम्मान मिलना चाहिए।

बता दें बाबा रामदेव ने इससे पहले भी खुशहाल और सफल जीवन के लिए बैचलर लाइफ को सही बताया था। उन्होंने अपनी बात को विस्तार देते हुए कहा, “लोग अपने परिवार के लिए जीते हैं ना पत्नी ना बच्चे फिर भी देखो कितने अच्छे।” इसके साथ रामदेव ने कहा कि परिवार के साथ जीवन व्यतीत करना इतना आसान नहीं होता है।

रामदेव ने मीडिया से कहा, “मैं और परिवार से जुड़ी बात करने वाला हूं। मैंने नया ब्रांड बनाया है।” इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यदि मेरे बच्चे होते तो वो पतंजलि के लिए दावा कर सकते थे। लेकिन, फिर मैं उन्हें बताता कि ये तुम्हारे पिता की प्रॉपर्टी नहीं है बल्कि ये देश के लोगों की है।

उन्होंने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा, ‘पुरातन काल में जनसंख्या कम थी तो वेदों में तो 10-10 संतानें पैदा करने तक कहा गया है। अब जिसके सामर्थ्य हो, कर लेना। 1-2 उनमें से हमें दे देना। अब तो वैसे ही 125 करोड़ से ज्यादा देश की आबादी है।’ उन्होंने आगे कहा, ‘लेकिन अगर कोई प्रज्ञावान पुरुष है या स्त्री है, अगर वह विवेकशील और पूर्ण जागृत आत्मा हो तो वह एक ही हजारों, लाखों, करोड़ों पर भारी पड़ता है, यह भारती ज्ञान परंपरा है।

बता दें कि इससे पहले राम मंदिर के मसले पर रामदेव ने कहा था कि अगर न्यायालय फैसले में देरी करेगा तो सरकार कानून लाकर मंदिर निर्माण करेगी। उन्होंने कहा था, ‘यदि न्यायालय के निर्णय में देर हुई तो संसद में जरूर इसका बिल आएगा, आना ही चाहिए। रामजन्मभूमि पर राम मंदिर नहीं बनेगा तो किसका बनेगा? संतों/राम भक्तों ने संकल्प किया है कि अब राम मंदिर में और देर नहीं। मुझे लगता है कि इस वर्ष शुभ समाचार देश को मिलेगा।’

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