जिन्ना का जिन्न न जाने कब अपने बोतल में वापस जाएगा। एक तरफ छात्र गुटों के विरोध प्रदर्शन के कारण विश्वविद्यालय पांच दिनों के लिए बंद है तो वहीं दूसरी तरफ राजनेताओं और देश के अन्य नामचीन लोगों के बयान इस मामले में लगातार आ रहे हैं। इस मामले में अब योगगुरू बाबा रामदेव कूद पड़े हैं। उन्होंने कहा कि मुस्लिम समुदाय के लोग तस्वीरों और मूर्तियों को तवज्जो नहीं देते इसलिए उन्हें जिन्ना की तस्वीर के लिए भी परेशान नहीं होना चाहिए। दरअसल, मुस्लिम धर्म में तस्वीरों और मूर्तियों की कोई अहमियत नहीं होती। इसी को आधार बनाकर योगगुरू रामदेव ने यह बात कही।

उन्होंने कहा है कि भारत की एकता और अखंडता के लिए मोहम्मद अली जिन्ना आदर्श नहीं हो सकता। गौरतलब है कि बीते कई दिनों एएमयू में जिन्ना की तस्वीर लगी होने को लेकर विवाद पैदा हो गया था। विश्वविद्यालय के छात्रों का एक गुट जहां फोटो को हटाने पर अमादा है, तो वहीं दूसरा गुट फोटो को हटाए जाने के खिलाफ है। बीजेपी और कांग्रेस भी इस विवाद को लेकर एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। एक तरफ जहां कांग्रेस बीजेपी पर आरोप लगा रही है कि वो ऐसे मुद्दों को तूल देकर अपनी विफलताओं को छुपाना चाहती है और जनता को धोखा देना चाहती है तो वहीं बीजेपी ने कांग्रेस को जिन्ना का हितैषी करार दिया है।

बाबा रामदेव ने इस विवाद मर मीडियो से कहा है कि जिन्ना का भूत इन दिनों कुछ ज्यादा ही लाइमलाइट बटोर रहा है। उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान के निर्माता अपने देश के लिए आदर्श हो सकते हैं लेकिन उनके लिए नहीं जो भारत की एकता और अखंडता पर यकीन रखते हैं। बता दें कि उऩ्होंने यह बात नालंदा में एक योग सेशन के बाद मीडिया से मुखातिब होने के दौरान कही।

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