लोकसभा में बोले गृह मंत्री अमित शाह, ”देश की जनता को भ्रमित करने लाया गया है अविश्वास प्रस्ताव”

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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान लोकसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि यह पीएम मोदी या उनकी सरकार को लेकर कोई अविश्वास नहीं है, देश की जनता को भ्रम में डालने के लिए यह प्रस्ताव लाया गया है। ” अमित शाह ने कहा कि यह प्रस्ताव विपक्ष का असली चरित्र बताता है। यूपीए का चरित्र रहा है जैसे तैसे अपनी सत्ता को बचाए रखना। भले ही इसके लिए भ्रष्टाचार करना पड़े।

अमित शाह ने कहा कि आजादी के बाद मोदी सरकार ही ऐसी सरकार है जिसने हर तबके का विश्वास जीतने का काम किया है।नरेंद्र मोदी जनप्रिय नेता हैं। वे 24 घंटों में से 17 घंटे देश के लोगों के लिए काम करते हैं। वे कभी छु्ट्टी नहीं लेते। इसलिए देश की जनता उनपर विश्वास करती है। चूंकि ये प्रस्ताव राजनीति से प्रेरित है इसलिए मुझे सरकार की उपलब्धियां गिनानी पड़ रही हैं। यूपीए के लोग किसानों का कर्ज माफ करने की बात करते हैं जबकि हम ऐसी व्यवस्था बनाना चाहते हैं जिससे कि किसानों को कर्ज ही न लेना पड़े। हमने किसानों को आत्मनिर्भर बनाने का काम किया है। मोदी सरकार ने इतिहास रचने का काम किया है। यूपीए सत्ता की तो वहीं एनडीए सिद्धांतों की लड़ाई लड़ता है।

शाह ने कहा कि हमें समझना चाहिए कि यूपीए क्यों जनधन योजना का विरोध कर रहा था? पूर्व पीएम राजीव गांधी ने कहा था कि दिल्ली से 1 रुपया चलता है तो गरीब तक 15 पैसा पहुंचता है। लेकिन आज गरीब को पूरी की पूरी राशि मिल जाती है। मैं देश के किसानों को बताना चाहूंगा कि देश में अगर किसी केंद्र सरकार ने सबसे ज्यादा एमएसपी पर धान खरीदी है तो वह नरेंद्र मोदी सरकार है।

गृह मंत्री ने कहा कि हमने पीएफआई को बैन किया और उस पर छापेमारी की। हमारे मिशन पर होने वाले हमलों के मामलों को एनआईए को सौंपा। 26/11 तहव्वुर हुसैन राना पर भी मुकदमा चलाया जाएगा। मोदी सरकार लगातार कश्मीर को आतंकमुक्त करने का काम कर रही है।

गृह मंत्री शाह ने कहा कि किसी राज्य का सीएम तब बदलना होता है जब वह सहयोग नहीं कर रहा होता है। मुख्यमंत्री केंद्र के साथ सहयोग कर रहे हैं। शाह ने सदन को बताया कि मणिपुर में हिंसा कैसे भड़की और केंद्र सरकार की ओर से हालात सुधारने के लिए क्या किया गया है।

शाह ने कहा कि वह पहले दिन से मणिपुर पर चर्चा करना चाहते थे लेकिन विपक्ष इसके लिए राजी नहीं था। गृह मंत्री ने कहा कि हमने कभी इस बात से इंकार नहीं किया कि वहां हिंसा नहीं हो रही है। वहां हिंसा हुई जो कि नहीं होनी चाहिए थी

मणिपुर में महिलाओं को नग्न कर घुमाए जाने के वीडियो पर गृह मंत्री ने कहा कि ये बेहद शर्मनाक घटना थी। लेकिन ये मानसून सत्र के ठीक पहले ही क्यों सामने आई। पहले वीडियो पुलिस को सौंप दिया जाता तो समय से कार्रवाई हो जाती। शाह ने मेते और कुकी समुदाय से शांति की अपील की।

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