प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की वाइट हाउस में मुलाकात से चंद घंटे पहले अमेरिकी विदेश विभाग ने हिजबुल मुजाहिदीन के सरगना सैयद सलाहुद्दीन को ग्लोबल आतंकी घोषित कर दिया। इस घोषणा से अमेरिका की ओर से पाकिस्तान में पनप रहे आतंकवाद को एक कड़ा झटका लगा है। आपको बता दें कि ये खबर अमेरिकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन और पीएम मोदी के बीच वाशिंगटन में हुई मुलाकात के बाद आई है।
दरअसल हिजबुल आतंकी सैयद सलाहुद्दीन का असली नाम मोहम्मद युसुफ शाह है और इसे अमेरिकी विदेश विभाग ने एक्जीक्यूटिव आर्डर 13224 की धारा 1(बी) के तहत विशेष रूप से वैश्विक आतंकी घोषित किया है। यह कार्रवाई उस विदेशी व्यक्ति के खिलाफ की जाती है जिसके आतंकी गतिविधि, अमेरिका की अर्थव्यवस्था, विदेश नीति, राष्ट्रीय सुरक्षा या अमेरिकी नागरिकों की सुरक्षा को खतरा होता है।
गौरतलब है कि अमेरिकी विदेश मंत्रालय की इस घोषणा के बाद किसी भी अमेरिकी नागरिक के सलाहुद्दीन के साथ किसी तरह के लेनदेन पर पाबंदी होगी। इसके साथ ही अमेरिकी न्यायिक क्षेत्र के अंतगर्त आने वाली सलाहुद्दीन की सारी संपत्ति ब्लॉक हो जाएगी। भारत ने इस फैसले का स्वागत किया है।
सलाहुद्दीन के हिजबुल सरगना रहने के दौरान इस आतंकी गुट ने कई आतंकी हमलों की जिम्मेदारी ली। इसमें जम्मू-कश्मीर में अप्रैल 2014 में हुए बम धमाका भी शामिल है, जिसमें 17 लोग घायल हुए थे। इतना ही नहीं सलाहुद्दीन ने सितंबर 2016 में कश्मीर संघर्ष के किसी भी शांतिपूर्ण समाधान को नहीं मानने की चेतावनी दी थी। उसने धमकी दी थी कि वह कश्मीरी युवकों को आत्मघाती हमलावर बनाकर कश्मीर घाटी को भारतीय सुरक्षा बलों की कब्रगाह बना देगा।
वहीं विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने ट्वीट कर बैठक की जानकारी दी और कहा, ‘दिन का पहला कार्यक्रम, अमेरिकी रक्षामंत्री जेम्स मैटिस के साथ बैठक.’ बागले ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, ‘दोनों देशों के शीर्ष नेताओं के बीच होने वाली बैठक की तैयारियों के मद्देनजर अमेरिका के विदेशमंत्री रेक्स टिलरसन ने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की।बता दें कि इस बैठक के दौरान भारत के राष्ट्रीय रक्षा सलाहकार अजित डोभाल भी उपस्थित थे।
वैसे अमेरिका के इस घोषणा से सिर्फ पाकिस्तान को नहीं बल्कि पूरे विश्व को अमेरिका की तरफ से आतंकवाद पर कड़ा संदेश जाएगा और इससे भारत और अमेरिका के रिश्ते को भी मजबूती मिलेगी|