आईफोन निर्माता कंपनी एप्पल के बाद अमेरिका की दिग्गज ई-कॉमर्स फर्म अमेजन ट्रिलियन डॉलर यानी एक लाख करोड़ डॉलर बाजार पूंजीकरण वाली दूसरी अमेरिकी कंपनी बन गई है। पिछले 15 महीने में अमेजन के शेयरों की कीमत दोगुनी हो गई है। अमेजन में चल रही हालिया तेजी को देखते हुए जानकारों का मानना है कि अमेजन जल्द ही एप्पल को पीछे छोड़ सकती है। एप्पल दो अगस्त को ट्रिलियन डॉलर कंपनी बनी थी। सिलिकॉन वैली की एप्पल ने महज एक महीने पहले ही ये कारनामा करने वाली दुनिया की पहली कंपनी होने का गौरव हासिल किया था।
भारत में भी अमेजन इंडिया के नाम से अपनी अलग पहचान रखने वाली अमेजन के शेयर मंगलवार को दोपहर बाद 2050.27 डॉलर कीमत पर बिके, जिससे कंपनी की मार्केट वैल्यू ने 1 खरब डॉलर का आंकड़ा पार कर लिया। सिएटल स्थित अमेजन को उसके मालिक जैफ बेजॉस ने शुरुआत में किताबें बेचने वाली कंपनी के तौर पर शुरू किया था। बेजॉस आज की तारीख में अमेरिका के एक नामचीन समाचार पत्र द वॉशिंगटन पोस्ट के मालिक भी हैं।
आपको बता दें कि ट्रिलियन डॉलर कंपनी बनने का सफर पूरा करने में एप्पल को 38 साल का वक्त लगा था, जबकि अमेजन 21 साल में ही इस मुकाम पर पहुंच गई है। एप्पल के आईफोन व अन्य उपकरणों की लोकप्रियता बनी रहने के बाद भी अमेजन के आगे इसके टिकने की उम्मीद नहीं है। अमेजन ने रिटेल उद्योग के हर मोर्चे पर कारोबार का विस्तार करते हुए निवेशकों को लुभाया है। वीडियो स्ट्रीमिंग से लेकर क्लाउड कंप्यूटिंग तक अन्य कई सेवाओं का भी कंपनी के राजस्व में अहम योगदान है।
साइनोवस ट्रस्ट के पोर्टफोलियो मैनेजर डेनियल मॉर्गन के मुताबिक, ‘एप्पल के मुकाबले अमेजन ज्यादा डायनामिक है। अमेजन के पास क्लाउड कारोबार भी है, जो उसके विकास में सहायक है।