उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले के प्राइमरी स्कूलों में फर्जी प्रमाणपत्रों के सहारे नौकरी कर रहे 38 शिक्षकों को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बर्खास्त कर दिया। आधिकारिक सूत्रों ने यहां बताया कि शिक्षकों को अब तक भुगतान किए गए वेतन की रिकवरी और उनके खिलाफ आपराधिक धाराओं में मुकदमा दर्ज कराने का भी निर्देश दिया गया है।

सूत्रों ने बताया कि बर्खास्त शिक्षकों की नियुक्ति सितंबर 2016 में हुई थी और नियुक्ति के बाद से ही नियुक्ति से वंचित अभ्यर्थियों ने इन शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई के लिए मोर्चा खोल रखा था।  सूत्रों ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी हर्षिता माथुर की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया था जिसमें उप जिलाधिकारी नौगढ़ और जिला विद्यालय निरीक्षक को भी शामिल किया गया था।

सूत्रों के अनुसार जांच टीम ने सितंबर 2016 में नियुक्त हुए सभी 500 अध्यापकों के शैक्षिक प्रमाण पत्रों का सत्यापन कराया जिसमें 38 सहायक अध्यापकों के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए जिसके आधार पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने इन 38 सहायक अध्यापकों को बर्खास्त कर दिया।

                                     साभार- ईएनसी टाईम्स

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