देश के कई इलाकों में तेज बारिश और आंधी से लोग बेहाल हैं। वहीं महाराष्ट्र में वसई के चिंचोटी झरने में फंसे लोगों में से 35 लोगों को बचा लिया गया है। यह लोग तेज झरने में पेड़ों से लटक गए थे जिसके बाद इन्हें रेस्क्यू ऑपरेशन कर बचाया गया। पालघर इलाके में कम से कम 40 लोग तेज बारिश के कारण फंस गए थे। ये लोग पिकनिक मनाने के लिए वसई के चिंचोटी झरने गए थे जहां तेज बारिश के बाद फंस गए। यह इलाका मुंबई-अहमदाबाद हाईवे से दो-तीन घंटे दूर है और ऐसे में तेज बारिश के बाद रास्ता और भी दुर्गम हो गया है। हालांकि बचाव कार्य अभी भी जारी है।

मायनागरी में बारिश से हाहाकार !

भारी बारिश से मायानगरी पानी-पानी हो चुका है। मुंबई के कई इलाकों में पानी भर गया है। महाराष्ट्र के कई इलाकों में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए बताया है कि कोंकण, गोवा और मुंबई में अगले पांच दिनों तक लगातार बारिश हो सकती है। ठाणे ,भिवंडी ,कल्याण सहित पूरे जिले में जोरदार बारिश हो रही है। बारिश के चलते कई इलाके में पानी भर गया है। भिवंडी गुजरात रोड पर पूरी तरह पानी भर गया है, वहीं कामवारी नदी भी उफान पर है। भिवंडी के निचले इलाकों में भी पानी भर चूका है। भारी बारिश की वजह से मुंबई की लाइफलाइन माने जाने वाली लोकल ट्रेन पर भी बुरा असर पड़ा है। कुछ देर के लिए बदलापुर और कल्याण के बीच ट्रेनों की आवाजाही भी रोक दी गई थी।

दिल्ली-यूपी सहित 13 राज्यों में NDRF की टीमें तैनात

वहीं दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार और जम्मू कश्मीर सहित 13 राज्यों में मूसलाधार बारिश की मौसम विभाग द्वारा जारी की गई चेतावनी को देखते हुए एनडीआरएफ की 89 टीमों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। बाढ़ की आशंका वाले इलाकों में 45 टीमों को तैनात किया गया है।

सबसे ज्यादा 12 टीमें असम, 7 बिहार भेजी गईं

सबसे अधिक 12 टीमें असम में, सात बिहार में, गुजरात, जम्मू कश्मीर और उत्तराखंड में चार-चार, अरुणाचल प्रदेश और पश्चिम बंगाल में तीन-तीन टीमें भेजी गई हैं। दिल्ली और पंजाब में दो-दो एवं उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, सिक्किम और त्रिपुरा में एक-एक टीम भेजी गई है। ऐसे में मौसम के बदले रुप से उत्तराखंड, हिमाचल और दक्षिणी राज्यों के लोगों को विशेष सतर्कता बरतने की जरुरत है।

                                                                                                                         एपीएन ब्यूरो

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