उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से महज कुछ किलोमीटर दूर बाराबंकी में एक बार फिर से जहरीली शराब पीने की वजह से 11 लोगों की मरने की खबर सामने आई है। बताया जा रहा है कि यह सभी लोग अपने रिश्तेदार के घर एक समारोह में शामिल होने आए थे।
स्थानीय लोगों का कहना है कि लोगों की मौत जहरीली शराब की वजह से हुई है, वहीं डीएम ने इन मौतों की वजह जहरीली शराब को अभी मानने से इनकार कर दिया है, उनका कहना है कि शवों के पोस्टमार्टम के बाद ही इस बात की पुष्टि हो सकती है कि लोगों की मौत की वजह जहरीली शराब है या फिर कुछ और।
जिला प्रशासन ने रात को ही सात लोगों का पोस्टमार्टम डॉक्टरों की टीम द्वारा करा दिया था। जिला प्रशासन को आशंका थी कि सुबह होते ही राजनीतिक दल इसको मुद्दा बनाकर धरना प्रदर्शन कर सकते हैं। भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती के बीच पोस्टमार्टम कराकर शवों को परिजनों को सौंप दिया गया है। बाकी शवों का पोस्टमार्टम आज किया जाएगा।
जहरीली शराब से मौत होने की खबर फैलते ही आबकारी विभाग सक्रिय हो गया। सूचना मिलते ही आबकारी विभाग के संयुक्त आयुक्त एएन त्रिपाठी देवा कोतवाली के मुनिया गांव पुहंचे। विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों ने गांव में डेरा डाल रखा है।
ग्रामीणों ने बताया कि इस दौरान आबकारी विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों ने पहले तो मृतकों के परिजनों को रुपये बांटे, फिर शराब के क्षेत्रीय ठेकेदारों को मामले को मैनेज करने में लगा दिया। आबकारी विभाग के कर्मचारियों ने मृतकों के परिजनों से कागज पर अंगूठे भी लगवा लिया। इस दौरान पीड़ित परिजनों को बरगलाने की कोशिश भी की गई। उनसे कहा गया कि वो मौत का कारण ठंड बतायें। ठंड से मरने पर सरकार की तरफ से मुआवजा भी मिलेगा।
उत्तर प्रदेश के आबकारी मंत्री जय प्रताप सिंह ने कहा कि लखनऊ से एक टीम बाराबंकी जांच करने गई है। अगर पुष्टि हो जाती है कि जहरीली शराब पीने से ही लोगों की मौतें हुई हैं तो इसके लिए दोषी जिम्मेदारों पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि शराब से मौत होने पर सख्त कानून बने हैं, जिम्मेदारों पर उन्हीं धाराओं के तहत एक्शन लिया जायेगा।
बाराबंकी की घटना को लेकर सीएम @myogiadityanath ने संवेदना व्यक्त की,मृतकों के परिवार को 2-2 लाख की आर्थिक सहायता का एलान,बीमार व्यक्तियों के इलाज के निर्देश दिए,घटना की आबकारी और गृह विभाग की संयुक्त टीम से जांच के निर्देश दिए @BJP4UP @UPGovt @ChiefSecyUP @Uppolice pic.twitter.com/g9cpGL8LcL
— APN न्यूज़ हिंदी (@apnlivehindi) January 11, 2018