Zero Carbon: भारत ने वर्ष 2070 तक रखा नेट जीरो कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य, सेना में भी इलेक्ट्रिकल वाहनों की एंट्री

Zero Carbon: सेना ने पर्यावरण संरक्षण के लिए अपनी ओर से विशेष पहल की है। भारतीय सेना के बेड़े में इलेक्ट्रिकल वाहनों को बड़े स्तर पर शामिल किया जा रहा है। चरणबद्ध तरीके से आर्मी में 48 फीसदी मोटरसाइकिल इलेक्ट्रिकल करने का लक्ष्य है।

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Zero Carbon : Army top news hindi
Zero Carbon :

Zero Carbon: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार पर्यावरण संरक्षण की बात करते आए हैं। हाल ही पीएम मोदी ने पर्यावरण मंत्रियों के राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि भारत ने 2070 तक नेट जीरो कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य रखा है। उनका कहना है कि देश का फोकस ‘ग्रीन ग्रोथ’ और ‘ग्रीन जॉब्स’ पर है। मोदी सरकार ने इसके लिए कई कदम भी उठाए हैं और इन कदमों को सफल बनाने में रक्षा मंत्रालय ने भी अपनी ओर से काफी प्रयास किए हैं।

भारतीय सेना ने पर्यावरण संरक्षण के लिए अपनी ओर से विशेष पहल की है। भारतीय सेना के बेड़े में इलेक्ट्रिकल वाहनों को बड़े स्तर पर शामिल किया जा रहा है। चरणबद्ध तरीके से आर्मी में 48 फीसदी मोटरसाइकिल इलेक्ट्रिकल करने का लक्ष्य है। कुल बसों की संख्या का 38 फीसदी इलेक्ट्रिकल करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

Zero Carbon : Indian Army works on Greenery.
Zero Carbon emission .

Zero Carbon: 25 फीसदी हल्के वाहनों को इलेक्ट्रिकल में बदलने की योजना

Zero Carbon: भारतीय सेना ने चरणबद्ध तरीके से अपने 25 फीसदी हल्के वाहनों को इलेक्ट्रिकल में बदलने की योजना बनाई है। अर्थव्यवस्था के धारणीय विकास के साथ-साथ प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए वर्ष 2014 के बाद से देश में इलेक्ट्रिकल और प्राकृतिक गैस आधारित अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने की कवायद तेजी से शुरू की गई।इस क्रम में देश में सीएनजी स्टेशनों की संख्या 2014 में 900 से बढ़कर 2022 में 4500 को पार चुकी है।पीएनजी कनेक्शनों की संख्या 2014 में 24 लाख से बढ़कर 2022 में 95 लाख तक पहुंच गई।

Zero Carbon: कार्बन उत्‍सर्जन कम करने पर जोर

भारतीय सेना की ओर से इको फ्रेंडली गतिविधियों पर भी ध्‍यान दिया जाएगा। इसके साथ ही ऐसे कामों पर ध्‍यान दिया जाएगा, जिसमें कार्बन उत्‍सर्जन कम से कम हो। इसके साथ ही संवेदनशील क्षेत्रों, जंगल, पहाड़ों में भी सेना को प्राकृतिक संसाधनों के सही इस्‍तेमाल और उनकी उपयोगिता के बारे में बताया जाएगा।

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