तमिल फिल्मों में अपने हुनर का जौहर बिखेरने वाले दो सुपरस्टार अब आर-पार की लड़ाई लड़ने जा रहे हैं और उनके चाहने वालों के लिए ये तय करना मुश्किल हो जाएगा कि किसका साथ दे और किसका नहीं। यहां किसी फिल्म की बात नहीं चल रही है, यहां बात चल रही हैं राजनीति में कदम रखने वाले साउथ के सुपरस्टार रजनीकांत और चाची 420 के एक्टर कमल हासन की। फिल्मों में अपने बहुमुखी किरदारों से भरपूर शौहरत बटोरने वाले दोनों अभिनेताओं में राजनीति में कदम रखने के साथ ही मनमुटाव का दौर भी शुरू हो गया है। कमल हासन ने खुद इस बात को स्वीकार किया कि फिल्म इंडस्ट्री में उनके प्रतिद्वंदी रजनीकांत और उनके बीच अलगावके लिए उन्हें विवश होना पड़ेगा। 

कमल हासन ने शुक्रवार को मीडिया से रूबरू होते हुए कहा, ‘मैं अभी तक नहीं जानता हूं कि उनके राजनीतिक विचार क्या हैं, लेकिन मैं किसी का पक्ष नहीं लूंगा। मैं सिर्फ सच का साथ दूंगामेरा कोई धर्म नहीं है और मैं सभी धर्म के लोगों का बिना पक्षपात के साथ निभाऊंगा। मैं बंधुत्व में विश्वास करता हूं। बता दे, कमल हासन का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब रजनीकांत तमिलनाडु में आध्यात्मिक राजनीति की बात कर रहे हैं जबकि कमल हासन के इससे अलग विचार हैं।

माना जा रहा है कि अपने इस बयान के जरिए कमल हासन ने रजनीकांत और उनके आध्यात्मिक राजनीति पर निशाना साधा है। जब उनसे कहा गया कि आने वाले दिनों में आपको अपने इस बयान के लिए पछताना भी पड़ सकता है तो इस पर कमल हासन बोले,  ‘निश्चित रूप से हमें अलग होना पड़ेगा, हमारा पेशा हमें जरूर अलग कर देगा’। मुझे पूरा भरोसा है कि राजनीति में भी इसी तरह का अलगाव रहेगा। इसका यह मतलब नहीं है कि मैं अलग होने के लिए उनकी आलोचना करूं।’

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here