Crypto Winter: वैश्विक क्रिप्टोकरेंसी मार्केट कुछ दिनों की राहत के बाद एक बार फिर लाल रंग में दर्ज किया जा रहा है। लाल रंग से अभिप्राय है लगातार मार्केट में गिरावट का दौर जारी रहना। लेकिन इस बीच अब निवेशकों को क्रिप्टो विंटर की चिंता सताने लगी है। क्योंकि क्रिप्टो विंटर आने से निवेशकों की क्रिप्टो मार्केट से उम्मीद बिलकुल न के बराबर हो जाएगी। आखिर क्रिप्टो विंटर क्या है और इसके आने से निवेशकों को कितना नुकसान होगा? आइए आपको डिटेल में बताते हैं ।
Crypto Winter क्या है?
दरअसल क्रिप्टो स्पेस से जुड़े कई लोग यह उम्मीद लगाने लगे हैं कि क्रिप्टो विंटर का समय आ गया है। क्रिप्टो विंटर का मतलब होता है कि क्रिप्टो मार्केट में स्थिरता आना। यानी क्रिप्टो प्राइसेज में गिरावट के साथ लंबी अवधी तक बहुत कम बने रहना है। खबरों के मुताबिक क्रिप्टो विंटर 2017 से 2018 के शुरूआत के बीच आया था। उस समय बिटकॉइन करीब 80 % तक गिर गया था। जिसके बाद बिटकॉइन को वापस अपने जगह पर आने में 18 महीने का समय लगा था।
बता दें कि बिटकॉइन नवंबर 2021 के बाद से करीब 70% तक गिर चुका है। बीते कुछ समय से देखा जा रहा है कि क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में कोई भी अच्छे संकेत देखने को नहीं मिल रहे हैं। वहीं मई के बाद से ही लगातार क्रिप्टो मार्केट में गिरावट को दौर को देखते हुए सभी संकेत क्रिप्टो विंटर की ओर ही इशारा कर रहे हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों में गिरावट निवेशकों की जोखिम लेने की क्षमता में गिरावट का संकेत देती है। यानी निवेशक क्रिप्टोकरेंसी में अधिक पैसे लगाने के जोखिम को उठाना नहीं चाहेंगे। निवेशक गिरावट के दौर को देखते हुए पहले ही सावधान हो चुके हैं।
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