एक तरफ जहां भारत में लगातार बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी की बात हो रही है तो वहीं दूसरी तरफ  ब्रिटिश ब्रोकरेज फर्म एचएसबीसी का कहना है कि साल 2028 तक जापान और जर्मनी को पीछे छोड़कर भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है। इसका मतलब यह कि महज 10 सालों के भीतर भारत विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यस्था वाला देश बन सकता है। जिसके लिए भारत को जमीनी स्तर पर काम करने की जरुरत है। एचएसबीसी का कहना है कि अगर भारत अपने सतत सुधार और सामाजिक सेक्टर पर ध्यान दे तो यह मुमकिन हो सकता है।

एचएसबीसी का कहना है कि भारत के पास समाजिक कार्यों की योजनाएं अपर्याप्त है। भारत अगर देश के शिक्षा  और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में पैसे खर्च करें तो यह हित सिर्फ इन क्षेत्रों के लिए नहीं है बल्कि पूरे देश के हित में होगा। इतना ही नहीं यह आर्थिक वृद्धि और राजनीतिक स्थिरता के लिए भी जरूरी है। एचएसबीसी ने कहा, ‘भारत को बिजनेस करने का माहौल तैयार करने के लिए काफी काम करना होगा। उसके अगले दस सालों में जर्मनी और जापान को पीछे छोड़कर दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की संभावना है।’ भारत की अर्थव्यवस्था अभी दुनिया में पांचवे नंबर पर है।

इसके अलावा एचएसबीसी ने कहा है कि भारत को अभी कृषि के क्षेत्र में काफी काम करने की जरूरत है। इसके साथ ही भारत को आईटी सेक्टर और क्रिकेट के अलावा अन्य क्षेत्रों में भी महारत हासिल करने की आवश्यकता है।

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