Ukraine Russia War: रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध का आज आठवां दिन है। 24 फरवरी को रूस ने यूक्रेन पर आक्रमण किया था। दोनों देशों के बीच 2 दौर की वार्ता हो चुकी है लेकिन कोई हल नहीं निकला है। 3 मार्च को फिर रूस और यूक्रेन के बीच वार्ता होने वाली है। पर यूक्रेन के राष्ट्रपति Volodymyr Zelenskyy का कहना है कि पुतिन पहले बमबारी को रोकें तभी हम बातचीत की टेबल पर आएंगे। दोनों देशों के जंग के बीच 10 लाख यूक्रेनी नागरिकों ने अपना घर छोड़ दिया है। वहीं दोनों देशों के हजारों सैनिक मारे जा चुके हैं। रूस और यूक्रेन ने पिछले 8 दिनों में काफी कुछ खोया है।
Ukraine Russia War: सैनिकों की मौत
दोनों देशों बीच चल रही जंग में अब तक यूक्रेन के 2,870 से अधिक सैनिकों की जान चली गई है। वहीं 3,700 सैनिक घायल बताए जा रहे हैं। जबकि 572 अन्य को बंदी बनाया गया है। इस बात की जानकारी रूस सेना के Major General Igor Yevgenyevich Konashenkov ने दी है।
यूक्रेनी मीडिया ने दावा किया है कि रूसी मेजर जनरल आंद्रेई सुखोवत्स्की को मार दिया गया है। NEXTA मीडिया ने यह दावा किया है।
जंग के आठवे दिन रूस के राष्ट्रपति Vladimir Putin ने पुष्टी की है कि उनके 498 सैनिकों की मौत हुई है और 1597 सैनिक घायल हैं। पर यूक्रेन के राष्ट्रपति का कहना है कि उन्होंने अब तक रूस के 9,000 हजार सैनिकों को मार गिराया है।
Ukraine Russia War: नागारिकों ने गंवाई जान
दोनों देशों के बीच चल रहे जंग में यूक्रेन के 2,000 नागरिकों की मौत हुई है। 3 हजार से अधिक नागरिक जख्मी हैं। 116 से अधिक बच्चों के मरने की खबर भी है। वहीं यूनाइटेड नेशन्स की रिपोर्ट के अनुसार अब तक 10 लाख यूक्रेनी नागरिकों ने अपना देश छोड़ दिया है।
यूक्रेन की मदद के लिए संयुक्त राष्ट्र के मानवीय कोष ने दिए फंड
इस संकट की घड़ी में संयुक्त राष्ट्र के मानवीय कोष की तरफ से यूक्रेन की मदद की जा रही है, जिसमें यूक्रेन के लिए दो करोड़ डालर और ईयू आर्थिक सहायता कोष में 1.5 अरब यूरो देने की योजना बनाई गई है।
रूस पर इन देशों ने अपनाया सख्त रूख
वहीं दूसरी तरफ रूस के खिलाफ कई देशों ने प्रतिबंध लगाए हैं, जिसमें संयुक्त राष्ट्र के अलावा, जापान, आस्ट्रेलिया, ताइवान और अन्य देश शामिल हैं।
- अमेरिका ने बैंक से लोन देने पर मना कर दिया है।
- NYSE और Nasdaq ने सख्त रूख अपनाया है।
- कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने व्यापार, निवेश और सहायता पर रोक लगा दी है।
- ब्रिटेन ने पांच रूसी बैंकों और राष्ट्रपति पुतिन के नजदीकी तीन अरबपति रूसी नागरिकों पर प्रतिबंध लगाया है।
- यूरोपीय यूनियन (ईयू) ने रूसी संसद के उन सभी सांसदों को प्रतिबंधित कर दिया है जिन्होंने यूक्रेन के इलाकों को स्वतंत्र देश की मान्यता देने के प्रस्ताव का समर्थन किया था।
- जापान एयरलाइंसन ने भी का बड़ा फैसला लिया है। यूरोप जाने और वहां से आने वाली सभी उड़ानें को कंपनी ने रद्द करने का फैसला लिया है।
यूक्रेन की मदद के लिए 28 देश आए आगे
रूस द्वारा यूक्रेन पर किए जा रहे आक्रमण को लेकर पूरा विश्व खिलाफत कर रहा है। ऐसे में अधिकतर देश यूक्रेन के साथ खड़े हैं। मजबूत देश यूक्रेन को मदद मुहैया करा रहे हैं। इस घड़ी में अमेरिका, कनाडा, पोलैंड, जर्मनी, हंगरी, फिनलैंड, ईयू जैसे 28 देश हथियार से लकर सैन्य सहायता और आर्थिक मदद यूक्रेन को दे रहे हैं।
12,000 भारतीय छात्रों की वतन वापसी
यूक्रेन में MBBS की पढ़ाई करने गए करीब 20,000 हजार भारतीय छात्र फंसे थे। इसमें नागरिक भी शामिल हैं। ऐसे में Foreign secretary Harsh Vardhan Shringla ने बताया कि यूक्रेन से अब तक 12,000 हजार छात्रों को भारत लाया गया है। वहीं एक कर्नाटक के रहने वाले एक छात्र की 1 मार्च को मौत हो गई थी। वहां पर फंसे अन्य छात्रों को निकालने के लिए भारत सरकार ऑपरेशन गंगा चला रही है। साथ ही 4 केंद्रीय मंत्री यूक्रेन के पड़ोसी देशों की यात्रा कर रहे हैं ताकि छात्रों को निकालने के लिए रोमानिया, हंगरी, पोलैंड के अधिकारियों से संपर्क किया जा सके।
रूस ने यूक्रेन में इन जगहों पर किया कब्जा
पिछले 8 दिन के भीतर रूसी सैनिक यूक्रेन पर बमबारी कर रहे हैं। इस बीच Zmiinyi Islands, Chernobyl, Nuclear Power Plant, Mykhailo Podolyak, Melitopol, Kharkiv और Khersan पर कब्जा कर लिया है।
यूक्रेन-रूस युद्ध पर इन देशों का Neutral रूख
बेलारूस, इरीट्रिया, उत्तर कोरिया और सीरिया ने रूस का युद्ध को लेकर समर्थन किया है। वहीं भारत, पाकिस्तान, चीन और श्रीलंका ने किसी का विरोध और पक्ष न लेते हुए वार की खिलाफत की है। इन देशों का कहना है कि युद्ध किसी भी मसले का हल नहीं है।
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