INS Kirpan: भारत ने चीन को दिया मुंहतोड़ जवाब, वियतनाम को तोहफे में दी कृपाण; जानें क्या है इसकी खासियत ?

आईएनएस कृपाण एक जंगी जहाज है जिसकी भारतीय नौसेना की 32 सालों तक सेवा की है। मिली जानकारी के अनुसार, वियतनाम में हुई एक सेरेमनी के दौरान नेवी चीफ एडमिरल आर हरि कुमार ने आईएनएस कृपाण को वियतनाम पीपल्स नेवी के चीफ को सौंपा।

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INS Kirpan: भारत ने चीन को दिया मुंहतोड़ जवाब, वियतनाम को तोहफे में दी कृपाण; जानें क्या है इसकी खासियत ?
INS Kirpan: भारत ने चीन को दिया मुंहतोड़ जवाब, वियतनाम को तोहफे में दी कृपाण; जानें क्या है इसकी खासियत ?

INS Kirpan: भारत ने अपने मित्र देश वियतनाम को बड़ा तोहफा दिया है। भारत ने बीते शनिवार को वियतनाम को आखिरकार आईएनएस कृपाण तोहफे में दे दिया। आईएनएस कृपाण एक जंगी जहाज है जिसकी भारतीय नौसेना की 32 सालों तक सेवा की है। मिली जानकारी के अनुसार, वियतनाम में हुई एक सेरेमनी के दौरान नेवी चीफ एडमिरल आर हरि कुमार ने आईएनएस कृपाण को वियतनाम पीपल्स नेवी के चीफ को सौंपा।

दरअसल, आईएनएस कृपाण सिर्फ भारत और वियतनाम की मजबूत दोस्ती का सबूत ही नहीं है बल्कि आने वाले समय में वियतनाम की साउथ चाइन सी में ताकत भी बढ़ेगी। कैम रैन में समारोह की अध्यक्षता करते हुए एडमिरल कुमार ने कहा, “वियतनाम भारत के ‘इंडो-पैसिफिक विजन’ में एक महत्वपूर्ण भागीदार के रूप में कार्य करता है। जिसका उद्देश्य क्षेत्र को सुरक्षित, संरक्षित और स्थिर बनाए रखने की दिशा में संबंधों को मजबूत करना और साझेदारी विकसित करना है।”

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INS Kirpan से समुद्री का बढ़ेगा सुरक्षा

बता दें कि आसियान (दक्षिणपूर्व एशियाई देशों का संगठन) के एक महत्वपूर्ण देश वियतनाम का दक्षिण चीन सागर क्षेत्र में चीन के साथ क्षेत्रीय विवाद है। वहीं भारत दक्षिण चीन सागर में वियतनामी जलक्षेत्र में तेल अन्वेषण परियोजनाओं में मदद कर रहा है। दोनों देश पिछले कुछ वर्षों में साझा हितों की रक्षा के लिए अपने समुद्री सुरक्षा सहयोग को बढ़ा रहे हैं।

इस बीच एडमिरल कुमार ने कहा, “भारत और वियतनाम दोनों वैश्विक समुदाय के जिम्मेदार सदस्य हैं और अंतरराष्ट्रीय कानूनी ढांचे में निहित निष्पक्षता और न्याय के सिद्धांतों को बनाए रखने के लिए नियमित रूप से अपनी प्रतिबद्धता प्रदर्शित करते हैं। एडमिरल कुमार ने आशा जताई कि आईएनएस कृपाण समुद्र में परिचालन जारी रखेगा।

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भलाई की ताकत का निर्माण के लिए INS Kripan को सौंपा गया

उन्होंने आगे कहा कि ‘स्वतंत्रता, न्याय और नियम-आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था के सिद्धांतों को कायम रखते हुए वह स्तंभ बनेगा जिसके चारों ओर ‘भलाई की ताकत’ का निर्माण किया जाएगा। एडमिरल आशा ने टिप्पणियां करते हुए कहा, दक्षिण चीन सागर में चीन की बढ़ती सैन्य ताकत की पृष्ठभूमि में आई हैं। भारतीय नौसेना से सेवामुक्त होने के बाद आईएनएस कृपाण को वियतनाम को सौंपा गया है।

भारतीय नौसेना ने बयान में कहा, ‘राष्ट्र के लिए 32 साल की शानदार सेवा पूरी करने के बाद भारतीय नौसैना के जहाज कृपाण को सेवामुक्त कर दिया गया और आज वीपीएन को सौंप दिया गया है।’

INS Kirpan की क्या है खासियत

आईएनएस कृपाण साल 1991 में सेवा में शामिल किए जाने के बाद से भारतीय नौसेना के पूर्वी बेड़े का एक अभिन्न अंग रहा और पिछले 32 सालों में कई ऑपरेशन में भाग लिया। लगभग 12 अधिकारियों और 100 नाविकों से संचालित, जहाज 90 मीटर लंबा और 10.45 मीटर चौड़ा है।

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