जानिए Xi Jinping के अलावा उन 6 लोगों के बारे में जो अगले 5 साल तक करेंगे चीन पर राज

69 वर्षीय Xi Jinping, पार्टी महासचिव के रूप में तीसरे पांच साल के नेतृत्व के कार्यकाल को हासिल करने के साथ-साथ रिपब्लिक के संस्थापक नेता माओत्से तुंग के बाद से चीन के सबसे शक्तिशाली शासक के रूप में अपनी जगह मजबूत कर रहे हैं.

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Xi Jinping and Polit Bureau members

लगभग एक सप्ताह तक चली 2,338 चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के प्रतिनिधियों की 20वीं नेशनल कांग्रेस शनिवार 22 अक्टूबर को खत्म हो गई. इसके साथ ही चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) रविवार को तीसरी बार चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (Communist Party) के महासचिव (सर्वोच्च नेता) के रूप में ऐलान किया गया है यानि की वो अब अगले 5 साल तक चीन के प्रमुख बने रहेंगे. इसके साथ ही शी जिनपिंग की पार्टी और सत्ता पर पकड़ ओर मजबूत हो गई है.

इसके साथ ही रविवार 23 अक्टूबर को चीन की कम्युनिस्ट पार्टी यानी सीपीसी ने चीन पर अगले पांच सालों तक राज करने वाले लोगों के नामों का ऐलान कर दिया है.

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माओ के बाद सबसे शक्तिशाली नेता बने जिनपिंग

कम्युनिस्ट चीन के संस्थापक नेता रहे Mao Zedong (माओत्से तुंग) के बाद शी जिनपिंग (Xi Jinping) पहले नेता हैं, जो तीसरी बार चीन के सुप्रीम लीडर बने हैं. इसके लिए पार्टी कांग्रेस में दल के संविधान में इस तरह के बदलाव किए गए हैं, जिससे जिनपिंग को चौथी बार भी सर्वोच्च नेता चुनने की राह आसान हो गई है. फिलहाल, उन्हें तीसरी बार पांच वर्ष के लिए पार्टी का महासचिव चुना गया है. मार्च 2023 में जिनपिंग तीसरी बार चीन के राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे.

69 वर्षीय शी जिनपिंग, पार्टी महासचिव के रूप में तीसरे पांच साल के नेतृत्व के कार्यकाल को हासिल करने के साथ-साथ रिपब्लिक के संस्थापक नेता माओत्से तुंग के बाद से चीन के सबसे शक्तिशाली शासक के रूप में अपनी जगह मजबूत कर रहे हैं.

ताईवान के साथ चल रहे विवाद के मध्य आने वाले पांच वर्ष का शी जिनपिंग का ये कार्यकाल ऐतिहासिक होगा. बैठक के दौरान शी जिनपिंग के डिप्टी बनाए गए ली कियांग पर भी सभी की नजरें टिकी रहीं. दशकों से शी के करीबी माने जाने वाले ली कियांग अब चीन के प्रीमियर बनने की राह पर हैं और विशेषज्ञों का मानना है कि कियांग मार्च 2023 में दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के प्रबंधन की जिम्मेदारी संभालने जा रहे हैं.

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पार्टी की सात सदस्यीय पोलित ब्यूरो जो करेगी अगले पांच साल तक राज

कम्युनिस्ट पार्टी की पोलित ब्यूरो की सात सदस्यीय स्टैंडिंग कमेटी, चीन के राष्ट्रपति की कैबिनेट जैसी होती है. इन्हें पार्टी के अंदर के ‘अहम लोगों में भी अहम’ समझा जाता है. चीन के राजनीतिक सिस्टम में यहां तक पहुंचने के लिए न केवल शानदार राजनीतिक ट्रैक रिकॉर्ड की जरूरत होती है, बल्कि भीतरी प्रतिद्वंद्विता (Internal Politics) से निपटने की समझदारी की भी जरूरत पड़ती है.

इसके अलावा पहली बार 24 सदस्यों वाली पोलित ब्यूरो में भी किसी भी महिला सदस्य को जगह नहीं दी गई है. 24 सदस्यों वाली पोलित ब्यूरो से ही स्टैंडिंग कमेटी बनती है. चून क राजनीति में कई दशक का अनुभव रखने वाली सुन चुनलन अभी भंग हो चुकी पोलित ब्यूरो में अकेली महिला सदस्य थीं जो 72 साल की उम्र में रिटायर हो गई हैं.

कितने लोगों को मिली स्टैंडिंग कमेटी में जगह

जारी किए गए लीडरशीप पत्र में स्टैंडिंग कमेटी में झाओ लेजी और वांग हुनिंग को छोड़कर किसी और को फिर से मौका नहीं दिया गया है. शी जिनपिंग और इन दोनों को छोड़कर इसके अन्य सदस्य नए हैं यानि 4 नए सदस्यों को शामिल किया गया है और ये सभी मौजूदा महासचिव शी जिनपिंग की पसंद हैं.

शी जिनपिंग के अलावा स्टैंडिंग कमेटी में शामिल अन्य सदस्यों के बारे में

  1. 1. ली कियांग

63 वर्षीय शंघाई के पार्टी सचिव ली कियांग जिनको शी जिनपिंग के सबसे विश्वसनीय सहयोगी के रूप में देखा जाती है ने झेजियांग प्रांत के कई छोटे क्षेत्रों में काम किया. राष्ट्रपति शी जिनपिंग जब झेजियांग प्रांत के पार्टी प्रमुख थे, तब ली ने उनके चीफ ऑफ स्टाफ के रूप में काम किया था. इस साल के शुरू में शंघाई में कोविड से लड़ाई में उनकी टीम के काम की काफी आलोचनाएं भी हुई थीं. बहुत सारे विशेषज्ञ इस बात को लेकर क्यास लगा रहे की ली कियांग देश के अगले प्रीमियर यानी प्रधानमंत्री बनेंगे और इस तरह वे जिनपिंग के बाद देश के नंबर दो नेता हो जाएंगे.

2. झाओ लेजी

चीन के अनुशासन जांच के केंद्रीय आयोग के प्रमुख 65 वर्षीय झाओ लेजी को चीन में एक उभरते हुए सितारे के रूप में देखा जाता है. शी जिनपिंग की तरह उनका भी शांक्सी प्रांत के साथ गहरा रिश्ता है. झाओ पार्टी में अनुशासन बनाए रखने के लिए जिम्मेदार हैं. उन्होंने इस पद पर रहते हुए पार्टी के कई वरिष्ठ अधिकारियों को रिश्वत लेने की जानकारी दी थी.

3. वांग हुनिंग

अबी कम्युनिस्ट पार्टी के सचिवालय के प्रथम सचिव का काम देख रहे ओर पेशे से प्रोफेसर रहे वांग हुनिंग को भी पार्टी की स्टैडिंग कमेटी में जगह दी गई है. पार्टी के राजनीतिक सिद्धांतकार के रूप में, वांग हुनिंग को कम्युनिस्ट पार्टी के कई सिद्धांतों का सिद्धांतकार माना जाता है. चीन की महत्वाकांक्षी ‘बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव’ यानी बीआरआई भी इनकी सोच की ही उपज माना जाता है.

4. काई की

66 वर्षीय बीजिंग के मेयर ओर शी जिनपिंग के करीबी सहयोगी रहे काई की भी पार्टी की स्टैडिंग कमेटी में जगह दी गई है. बीजिंग के मेयर रहते हुए उन्होंने फरवरी में हुए बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक की मेजबानी तब की, जब महामारी अपने चरम पर थी. उनके इस आयोजन को पार्टी ने सफलता के रूप में देखा, जिसका फल उन्हें अब पदोन्नति के साथ मिला है. हालांकि ये 2017 में वे विवादों में तब आए थे, जब उन्होंने बीजिंग की आबादी कम करने के लिए एक योजना शुरू की थी. इसके तहत शहर से कम आय वाले लोगों को बाहर भेज दिया गया था.

5. दिंग श्वेशियांग

पार्टी के महासचिव और राष्ट्रपति के कार्यालय के निदेशक ओर पेशे से इंजीनियर रहे दिंग श्वेशियांग को भी पार्टी की स्टैडिंग कमेटी में जगह दी गई है. श्वेशियांग 2007 में वे शी जिनपिंग के सचिव बने थे. 2014 से वे राष्ट्रपति कार्यालय के प्रमुख रहे हैं. इस तरह वे शी जिनपिंग के ‘चीफ ऑफ स्टाफ’ के रूप में काम कर रहे हैं.

6. ली शी

ग्वांगडोंग प्रांत के 66 वर्षीय पार्टी सचिव ली शी को भी पार्टी की स्टैडिंग कमेटी में जगह दी गई है. ली शी के सामने 2017 में लियाओनिंग प्रांत में गलत आर्थिक आंकड़ों का घोटाला सामने आया था. इन्होंने उस घोटाले से अच्छे से निपटा था. ली शी राजनीतिक रूप से अहम उस यानान शहर में पार्टी के नेता थे, जिसे कभी माओत्से तुंग ने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान पार्टी के मुख्यालय के रूप में इस्तेमाल किया था.

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