नोएडा पुलिस ने शुक्रवार को एक फार्मास्युटिकल फर्म के तीन कर्मचारियों को गिरफ्तार किया। दरअसल इस फर्म की खांसी के सिरप के कारण पिछले साल उज्बेकिस्तान में 18 बच्चों की मौत हो गई थी। मिली जानकारी के अनुसार केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) के एक ड्रग इंस्पेक्टर की शिकायत पर मैरियन बायोटेक के दो निदेशकों सहित पांच अधिकारियों के खिलाफ गुरुवार देर रात एक FIR दर्ज की गई थी।
शिकायतकर्ता ड्रग इंस्पेक्टर के अनुसार, केंद्रीय और उत्तर प्रदेश राज्य के ड्रग अधिकारियों ने मैरियन बायोटेक की दवाओं के नमूनों की जांच की और उनमें से 22 को मिलावटी और नकली पाया गया। मामले में एफआईआर में नामजद तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि कंपनी के दो निदेशक फरार हैं। गिरफ्तार किए गए लोगों में तुहिन भट्टाचार्य,अतुल रावत और मूल सिंह शामिल हैं।
नोएडा सेक्टर -67 स्थित मैरियन बायोटेक, पिछले साल दिसंबर में अपनी खांसी की दवाई डॉक -1 के चलते जांच के दायरे में आया था, जिसके बारे में संदेह है कि उज्बेकिस्तान में इसका सेवन करने वाले 18 बच्चों की मौत हो गई थी।