Kanjhawala Case: कंझावला केस में शुक्रवार को दिल्ली पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। वारदात वाली रात 3 पीसीआर वैन और दो पिकेट पर तैनात 11 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।मालूम हो कि इस पूरे मामले को गृह मंत्रालय देख रहा है। पुलिस के अनुसार गृह मंत्रालय की ओर से जारी निर्देश के बाद कार्रवाई की गई है।निलंबित पुलिसकर्मियों पर ड्यूटी के दौरान लापरवाही बरतने का आरोप है।
Kanjhawala Case: तफ्तीश में भी कई खामियां मिलीं
Kanjhawala Case:गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस की विशेष पुलिस आयुक्त शालिनी सिंह की ओर से रिपोर्ट जमा करने के बाद कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। रिपोर्ट में सीनियर पुलिस अधिकारियों की ओर से की गई तफ्तीश में भी कई खामियां मिलीं।पूरे मामले पर संज्ञान लेते हुए मंत्रालय ने कहा कि जिस समय घटना हुई।उस समय क्षेत्र में कानून-व्यवस्था के क्या इंतजाम थे।संबंधित इलाके के डीसीपी स्पष्टीकरण दें।अगर कुछ उचित जवाब नहीं है तो उनके खिलाफ भी उचित कार्रवाई की जाएगी।इसके साथ ही वारदात वाली जगह के आसपास के क्षेत्रों में रोशनी के इंतजाम करने के निर्देश भी दिए गए।
Kanjhawala Case: 31 दिसंबर की है पूरी घटना
Kanjhawala Case: गौरतलब है कि 31 दिसंबर की रात अंजलि और उसकी सहेली पार्टी करने के लिए होटल गई हुई थी। उनके साथ कई अन्य लड़के भी मौजूद थे। पुलिस ने इस मामले में होटल के मैनेजर से पूछताछ कि तो जांच में सामने आया कि 31 दिसंबर की रात लड़की और उसकी सहेली ने होटल में कमरा बुक किया था।
अन्य लड़कों का भी कमरा बुक किया गया था। हालांकि, लड़कों का कमरा अलग बुक था लेकिन होटल के स्टाफ ने उन्हें लड़की से बात करते हुए देखा था। होटल के मैनेजर ने बताया कि अंजलि और उसकी दोस्त के बीच होटल में बहस हो गई। बहस बढ़ते देख नाइट शिफ्ट मैनेजर ने उनको ऐसा करने से मना किया जिसके बाद वह नीचे आकर लड़ने लगी। नीचे जब वह लड़ रही थी तो आस-पास के लोगों ने उन्हें रोका जिसके बाद वह वहां से स्कूटी पर बैठकर चली गई।
कार चला रहे आरोपी लड़कों ने जांच में बताया कि उन्होंने रविवार तड़के अंजलि सिंह की स्कूटी को टक्कर मारी। जिसके बाद वह आगे बढ़ गए लेकिन टक्कर के बाद अंजलि का पैर कार में फंस गया और वह कार के साथ कई किलोमीटर तक घसीटती रही।
इसी दौरान कार चालक को कार की नीचे कुछ फंसे होने की आंशका हुई लेकिन अन्य साथियों ने उसे कहा कि कुछ नहीं है गाड़ी चलाओ। पांचों आरोपियों ने पुलिस को बताया कि जब उन्होंने कार रोकी और अंजलि के शव को कार के नीचे देखा तो वह घबरा गए और वह शव को छोड़कर वहां से भाग गए।
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