राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार पिछली वसुंधरा राजे सरकार की सबसे बड़ी’भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना’ को बंद कर केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार की “आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना “ शुरू करने जा रही है। वसुंधरा राजे सरकार की योजना बंद कर मोदी सरकार की योजना शुरू करने का मकसद वित्तीय बचत करना है। इस बारे में वित्त एवं चिकित्सका विभाग के अधिकारियों ने प्रपोजल तैयार कर मुख्यमंत्री सचिवालय में भेज दिया है। भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना वसुंधरा सरकार की लोकप्रिय योजनाओं में से एक है।

केंद्र की आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना को शुरू करने से राजस्थान में करीब 600 करोड़ रुपए की बचत हो सकती है। दरअसल, वसुंधरा राजे ने सत्ता में आते ही सबसे पहले भामाशाह योजना लागू की थी जिसके लिए कार्ड बनाया गया था । इस कार्ड में एक तरफ वसुंधरा राजे की तस्वीर थी तो दूसरी तरफ भाजपा के चुनाव चिन्ह कमल का निशान था । कार्ड पर केसरिया और हरे रंग का भाजपा के झंडे का रंग भी बना हुआ था । इसके विरोध को लेकर कांग्रेस कोर्ट भी गई थी लेकिन उसे सफलता नहीं मिली थी।

बता दें कि प्रदेश में भामाशाह योजना के तहत 4.50 करोड़ लोग आते है, जिस पर राजस्थान सरकार 1490 करोड़ रुपये खर्च करती है। इस योजना के तहत 30 हजार से लेकर 3 लाख रुपये तक का बीमा का कवर मिलता है । योजना राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों के अलावा 774 निजी अस्पतालों में भी लागू है । इस योजना को बंद करके आयुष्मान भारत योजना शुरू करने से प्रदेश सरकार को केंद्र से 900 करोड़ रुपये मिलेंगे क्योंकि आयुष्मान भारत योजना में 60 फीसदी खर्च केंद्र सरकार उठाती है और 40 फीसदी राज्य सरकार को देना होता है।

हालांकि इस योजना में डेढ़ करोड़ लोग ही कवर हो पाएंगे जबकि भामाशाह योजना के दायरे में 4.50 करोड़ है । उधर कांग्रेस के ही एक वर्ग का मानना है कि कहीं पैसा बचाने के चक्कर में लोगों की नाराजगी न झेलनी पड़े, क्योंकि माना जा रहा है कि वसुंधरा राजे सरकार को विधानसभा चुनाव में टक्कर दी है तो उसकी सबसे बड़ी वजह भामाशाह योजना ही थी, यही वजह थी कि केंद्र की मोदी सरकार के कहने के बावजूद वसुंधरा राजे ने अपनी योजना बंद नहीं की थी ।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here