Chhath Puja की मिली अनुमति, पूर्वांचलियों के लिए मनोज तिवारी ने चलाया था अभियान

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Chhath puja

Chhath Puja: छठ का त्योहार हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक है और खासकर यह त्योहार उत्‍तरप्रदेश, बिहार, झारखंड और कुछ दूसरे राज्‍यों के लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। दिल्ली की बात करें तो यहां भी इन राज्यों से संबंध रखने वाली अच्छी खासी आबादी रहती है। अब छठ के त्योहार को लेकर दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) ने बहुत महत्वपूर्ण आदेश जारी किया है। उन्होंने दिल्ली में रह रहे पूर्वांचलियों को खुशखबरी देते हुए इस साल छठ की सार्वजनिक पूजा करने की परमिशन दे दी है। आदेश में यह कहा गया है कि छठ पूजा (Chhath Puja) निर्धारित जगह और घाट पर ही की जाएगी और पूजा यमुना नदी के घाट में नहीं की जा सकती।

DDMA ने साथ ही 1 नवंबर से सिनेमा, थिएटर, मल्टीप्लेक्स को 100% क्षमता और हॉल और ऑडिटोरियम को 50% क्षमता के साथ ऑपरेट करने की अनुमति दे दी है।

छठ को लेकर राजनीत‍ि 

Chhath Puja पर पहले Arvind Kejriwal के नेतृत्‍व वाली आम आदमी पार्टी की सरकार ने पाबंदी लगाई थी जिसको लेकर कभी विवाद हुआ था और भारी विरोध के बाद दिल्ली सरकार ने अपने फैसले पर यूटर्न लिया था। दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार की तरफ से एलजी को पत्र लिखकर छठ पूजा समारोह के लिए अनुमति देने की मांग की गयी थी। पत्र में लिखा गया था कि यह पर्व वैदिक आर्य संस्कृति का एक अहम हिस्सा है। पहले सरकार ने कोविड 19 के खतरे को देखते हुए इस साल छठ की पूजा पर प्रतिबंध लगा दिया था। जिसके बाद बीजेपी और कांग्रेस दोनो ने आप सरकार पर हमला बोला था।

Manoj Tiwari ने अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर उनकी नीयत पर सवाल खड़ा किया था

गौरतलब है कि मनोज तिवारी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर उनकी नीयत पर सवाल खड़ा किया था। पत्र में तिवारी ने तुष्टिकरण की राजनीति करने का भी आरोप लगाया था। उन्होंने लिखा था कि अब आपकी तरफ से केंद्र सरकार को पत्र लिखे जा रहे है। लेकिन अगर ये आपकी नियत छठ पूजा कराने की होती तो आप सितंबर में छठ पूजा पर प्रतिबंध लगाने से पहले केंद्र को पत्र लिखते।

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