CM Shivraj Singh Chouhan: मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को कहा कि हम चिकित्सा पाठ्यक्रमों के लिए हिंदी में शिक्षा देना शुरू करेंगे। इससे गरीब और मध्यम वर्ग की पृष्ठभूमि के छात्रों को फायदा होगा। उन्होंने तय किया है कि पुलिस भर्ती के लिए लिखित परीक्षा के साथ उम्मीदवार की शारीरिक क्षमता को 50% वेटेज दिया जाएगा। शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बहुत से बच्चों को मेडिकल की पढ़ाई करने में इस वजह से भी कठिनाई होती है क्योंकि उनकी अंग्रेजी शुरुआती स्तर से इतना मजबूत नहीं होता जितना जरूरी है।
गरीब छात्रों को होगा फायदा: CM Shivraj Singh Chouhan
इसी को देखते हुए शिवराज सरकार ने मेडिकल की पढ़ाई कर रहे बच्चों के लिए बड़ा फैसला लिया है। अब से मध्यप्रदेश में बैचलर ऑफ मेडिसिन और बैचलर ऑफ सर्जरी (MBBS) की पढ़ाई छात्र हिंदी मीडियम में भी कर सकते हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को कहा कि इससे गरीब और मध्यम वर्ग की पृष्ठभूमि के छात्रों को फायदा होगा।
छात्रों के लिए उपलब्ध कराई जाएगी किताबें
मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री ने मेडिकल की पढ़ाई को हिंदी में भी शुरू करने के मुद्दे पर बताते हुए आगे कहा कि हम पढ़ाई को और सरल बनाने के लिए किताबों को हिंदी में अनुवाद करने के साथ इन्हें ऑडियो और विजुअल फॉर्मेट में भी छात्रों को उपलब्ध कराएंगे छात्रों के लिए यह सभी चीजें यूट्यूब पर आसानी से उपलब्ध होंगी। बता दें कि मध्य प्रदेश में स्कूली शिक्षा में पहली बार 8वीं कक्षा से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की पढ़ाई प्रारंभ की जाएगी और 240 घंटों का पाठ्यक्रम लागू किया जाएगा। इस बात की जानकारी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दी है।
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