अर्जेंटीना और बार्सिलोना के स्टार फुटबॉलर लियोनल मेसी के एक नन्हें फैन को तालिबान ने जान से मारने की धमकी दी है। अफगानिस्तान के सात साल के मुर्तजा अहमदी को तालिबान ने टुकड़े-टुकड़े में काट डालने को कहा है। मुर्तजा दो साल में दूसरी बार घर छोड़ने पर मजबूर है। 2016 में भी उसके परिवार को 2016 में देश छोड़ना पड़ा था। दरअसल, मुर्तजा ने दो साल पहले प्लास्टिक की थैली से बनी अर्जेंटीनी फुटबॉल टीम की 10 नंबर की जर्सी को पहना था। इसके बाद मेसी ने उन्हें कतर बुलाकर मुलाकात की थी। इसी कारण आतंकी संगठन तालिबान नाराज है।

मुर्तजा पूर्वी अफगानिस्तान के गजनी प्रांत का रहने वाला है। उसने अपने घरवालों से मेसी की टी-शर्ट दिलाने को कहा था, लेकिन उसके घरवाले खरीद पाने में असमर्थ थे। मुर्तजा के पिता मोहम्मद आरिफ अहमदी ने उसे नीले और सफेद प्लास्टिक के थैले से बनी अर्जेंटीना की जर्सी दी। इसके बाद वह इंटरनेट पर फेमस हो गया। इसके बाद तालिबान ने उसके घर पर बम गिराए और जान से मारने की धमकी दी। इससे मुर्तजा के परिवार को पाकिस्तान जाना पड़ा था।

दूसरी ओर, मुर्तजा का समर्थन पूरी दुनिया के फुटबॉल प्रेमियों ने किया। जब यह बात मेसी को पता चली, तो उन्होंने उसे मिलने के लिए कतर बुलाया। जहां दिसंबर 2016 में बार्सिलोना और अल-अहली सऊदी एफसी के बीच मुकाबला होना था। मैच से पहले मेसी ने उससे मुलाकात की और पूरी टीम के साथ फोटो सेशन कराया। उन्होंने मुर्तजा को अपने दस्तखत वाली दो टी-शर्ट भी गिफ्ट में दी।

उसके पिता आरिफ अहमदी ने कहा, बेटे के अपहरण की धमकी मिलने के बाद मैंने पाकिस्तान जाने का फैसला किया था। वहां हमारे लिए जीना मुश्किल हो गया था। मैंने अपनी सारी संपत्ति बेच दी। बेटे को बचाने के लिए अफगानिस्तान छोड़ दिया। हालांकि, बाद में पैसे खत्म होने के बाद आरिफ परिवार के साथ अफगानिस्तान वापस लौटे, लेकिन अब फिर से धमकियां मिल रही हैं। मुर्तजा की मां शफीका अहमदी ने कहा, जब से वह फेमस हो गया है, उसके बाद से मुझे नहीं पता कि तालिबान वाले उससे क्या चाहते हैं। उन्होंने कहा है कि अगर मुर्तजा उनके कब्जे में आ गया तो वे उसे काट देंगे। अब मैं चाहती हूं कि वह कभी भी फेमस नहीं हो। यह हमारे और उसके लिए तकलीफ पैदा करता है। पिछले दो साल से हम उसे उसे स्कूल भी नहीं भेज पा रहे।

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