Vivek Agnihotri के डायरेक्शन वाली The Kashmir Files फिल्म रिलीज होने के बाद पूरे देश में कश्मीरी पंडितों के पलायन और उनके साथ जो हुआ उसकी चर्चा हो रही है। इसी बीच कश्मीर में कश्मीरी पंडितों पर साल 1989-90 में हुए नरसंहार की जांच की मांग की गई है। राष्ट्रपति Ram Nath Kovind से इस मामले की जांच दोबारा कराए जाने की मांग करते हुए पत्र याचिका दाखिल की गई है।
The Kashmir Files: मामले में SIT हो गठित
पत्र याचिका में राष्ट्रपति कोविंंद से कश्मीरी पंडितों के मामले की जांच के लिए SIT गठित करने की भी मांग की गई है। दिल्ली के वकील विनीत जिंदल के पत्र के मुताबिक कश्मीरी पंडितों के साथ हुए नरसंहार के लिए उस दौरान 215 FIR दर्ज की गई थीं लेकिन उन पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।

वकील विनीत जिंदल ने कहा कि पूर्व की सरकारों द्वारा पीड़ितों के परिवारों को न्याय दिलाने और नरसंहार में शामिल लोगों को दंडित करने के लिए कुछ नहीं किया गया। यासीन मलिक और उसके जैसे अन्य आतंकवादियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई जो कि उस नरसंहार में शामिल थे। यह उन नरसंहार के पीड़ितों के साथ अन्याय है।

बता दें कि द कश्मीर फाइल्स 11 मार्च को रिलीज हुई थी। जो इस समय बॉक्स ऑफिस में बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रही है। फिल्म को कई राज्यों में टैक्स फ्री कर दिया गया है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई नेताओं ने फिल्म की तारीफ की है।

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