सुप्रीम कोर्ट के चार वरिष्ठ जजों की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद उपजे संकट को सुलझा लिया गया है। बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने सोमवार (15 जनवरी) को दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ये जानकारी दी। बार काउंसिल के प्रतिनिधिमंडल ने सुप्रीम कोर्ट के 15 जजों से इस मामले पर मुलाकात की।

सुप्रीम कोर्ट के चार वरिष्ठतम जजों की प्रेस कॉन्फ्रेस की ने इस बात को सार्वजनिक कर दिया कि सुप्रीम कोर्ट में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है लेकिन अब BCI ने दावा किया है कि मामला सुलझ गया है और सभी जज ने सामान्य तौर पर कोर्ट रूम में मामलों की सुनवाई की। प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा भी सोमवार को कोर्ट में पहुंचे लेकिन उन्हें जजों के विवाद पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी और न ही चारों जजों ने इस बारे में मीडिया के सवालों का जवाब दिया।

अटॉर्नी जनरल वेणुगोपाल ने कहा कि जजों के बीच जो विवाद था, वो खत्म हो चुका है। उन्होंने कहा कि पूरा मामला सुलझ गया है और अब सब कुछ ठीक है।

मतभेद सुलझाने के लिए बीसीआई के प्रतिनिधिमंडल ने सुप्रीम कोर्ट के 15 जजों से मुलाकात की थी। बार काउंसिल के मुताबिक यह कोर्ट के मामले हैं और आपस में सुलझा लिए जाएंगे। बार काउंसिल ने यह भी कहा कि राजनीतिक दल इस विवाद का सियासी लाभ उठाना चाहते थे लेकिन सुप्रीम कोर्ट के जजों को धन्यवाद जिन्होंने उनकी कोशिशों को नाकामयाब कर दिया।

इधर वकील आर पी लूथरा ने भी चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा के सामने मामले की ओरल मेंशनिंग की। लूथरा ने कहा कि चीफ जस्टिस इस संस्था के खिलाफ काम करने वालों पर एक्शन लें और इस संस्थान को बचाने के लिए जो भी कर सकते हैं वो करें। एडवोकेट आर पी लूथरा ने कहा कि मैं इस न्याय की संस्था को बचने के लिए उन सभी लोगों की तरफ से यहां आया हूं और चीफ जस्टिस इस मामले पर जरूर कार्रवाई करें। लूथरा की ओरल सब्मिशन को चीफ जस्टिस ने पूरे इतमीनान के साथ सुना लेकिन अपनी तरफ से चीफ जस्टिस ने इस पर कुछ नहीं कहा।

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