इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस यानी इस्कॉन ने मंगलवार को सोसाइटी से जुड़े अमोघ लीला दास पर कुछ समय के लिए प्रतिबंध लगा दिया है। दरअसल अमोघ लीला दास की स्वामी विवेकानंद और रामकृष्ण परमहंस पर की गई टिप्पणी से विवाद पैदा हो गया था , जिसके बाद इस्कॉन ने यह फैसला लिया।
आपने सोशल मीडिया पर 43 वर्षीय अमोघ लीला दास के अध्यात्म से जुड़े कई वीडियो देखे होंगे। 12 वर्षों से इस्कॉन से जुड़े रहने वाले अमोघ वर्तमान में इस्कॉन के द्वारका चैप्टर के उपाध्यक्ष के रूप में कार्यरत हैं। उनका वास्तविक नाम आशीष अरोड़ा है और उनका जन्म लखनऊ में एक पंजाबी परिवार में हुआ था। वह वर्तमान में नई दिल्ली में रहते हैं।
2004 में दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग में डिग्री पूरी करने के बाद, उन्होंने अमेरिका स्थित एक बहुराष्ट्रीय कंपनी के लिए काम करना शुरू किया। उन्होंने 2010 में कॉर्पोरेट नौकरी छोड़ दी और तब से 29 साल की उम्र में इस्कॉन में शामिल होकर एक समर्पित ब्रह्मचारी बन गए।
सोशल मीडिया पर उनके कई प्रशंसक हैं और धर्म और प्रेरणा के बारे में उनके वीडियो अक्सर ऑनलाइन वायरल होते रहते हैं। आपको बता दें कि स्वामी विवेकानन्द की खान-पान की आदतों और उनके आध्यात्मिक गुरु रामकृष्ण परमहंस पर अमोघ की टिप्पणियों ने विवाद पैदा कर दिया था।
कई लोगों ने अमोघ की आलोचना की और उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इस्कॉन ने उन पर एक महीने के लिए सार्वजनिक कार्यक्रमों पर प्रतिबंध लगा दिया है और कहा है कि अमोघ को अपनी टिप्पणी पर खेद है।