दिल्ली में यमुना के जलस्तर ने तोड़ा 45 साल का रिकॉर्ड, सीएम केजरीवाल बोले- निचले इलाकों के लोग जगह खाली करें

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yamuna high level
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दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार शाम कहा कि दिल्ली में यमुना का स्तर अब तक के सबसे हाई लेवल पर है। पिछले 2-3 दिनों से बारिश नहीं हो रही है। दिल्ली में पानी हरियाणा से होते हुए आ रहा है। इस संबंध में गृह मंत्री अमित शाह को एक चिट्ठी लिखी है कि हरियाणा को कहा जाए कि दिल्ली में पानी न छोड़ें। केजरीवाल ने यमुना के नजदीकी इलाकों में रहने वाले लोगों से अपील की कि वे जगह खाली करें।

बता दें कि सीएम केजरीवाल ने गृह मंत्री शाह को लिखे पत्र में कहा है कि हरियाणा हथिनीकुंड से सीमित पानी छोड़े , जिससे कि दिल्ली में यमुना का जलस्तर न बढ़े। पत्र में कहा गया है कि G20 कार्यक्रमों के दौरान अगर दिल्ली में बाढ़ की स्थिति रहेगी तो इससे अच्छा संदेश नहीं जाएगा।

आपको बता दें कि पूरे उत्तर भारत में मानसून से मची तबाही के बीच दिल्ली में यमुना का जल स्तर अब तक के उच्चतम स्तर पर है। जलस्तर बढ़ने से नदी किनारे के कई इलाकों में बाढ़ आ गई है। नदी अब 207.55 मीटर पर बह रही है। ऐसा करीब 45 साल बाद हुआ है।

उफनती नदी के कारण घरों और बाजारों में पानी भर गया है, जिससे आम लोगों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। नदी के पास रहने वाले कई लोग अब अपने सामान के साथ छत पर चले गए हैं और असहाय होकर बढ़ते जल स्तर को देख रहे हैं।

गौरतलब है कि आज मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक आपात बैठक बुलाई थी और केंद्र से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया है कि हरियाणा के हथनीकुंड बैराज से और पानी न छोड़ा जाए। उन्होंने कहा, “पिछले 2 दिनों से दिल्ली में बारिश नहीं हुई है, हालांकि, हथनीकुंड बैराज में हरियाणा द्वारा असामान्य रूप से अधिक मात्रा में पानी छोड़े जाने के कारण यमुना का स्तर बढ़ रहा है। केंद्र से हस्तक्षेप करने और यह सुनिश्चित करने का आग्रह करता हूं कि यमुना का स्तर और न बढ़े।”

दिल्ली पुलिस ने एहतियात के तौर पर बाढ़ प्रभावित इलाकों में सार्वजनिक जमावड़े पर प्रतिबंध लगा दिया है। सुबह 11 बजे पुराने रेलवे पुल पर नदी 207.38 पर बह रही थी। यह 2013 के जल स्तर 207.32 से अधिक है। 1978 में, यमुना 207.49 मीटर पर बह रही थी।

केंद्रीय जल आयोग के अधिकारियों ने भविष्यवाणी की है कि जल स्तर और बढ़ सकता है, जो दिन में 207.57 मीटर तक पहुंच सकता है। लगातार वृद्धि से पुरानी दिल्ली में अत्यधिक बाढ़ की चेतावनी दी गयी है। दिल्ली में पिछले तीन दिनों में यमुना के स्तर में तेजी से वृद्धि दर्ज की गई है। प्रशासन ने बाढ़ संभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को स्थानांतरित कर दिया है और पुराने रेलवे पुल को यातायात और ट्रेन की आवाजाही के लिए बंद कर दिया है। नदी तटों पर जागरूकता फैलाने और बचाव कार्य के लिए नावें तैनात की गई हैं। तट के पास के कई घरों में पानी भर गया है।

दिल्ली में बाढ़ की स्थिति ऐसे समय में बनी है जब उत्तर भारत मानसून की मार से बुरी तरह प्रभावित हुआ है। हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ से बड़े पैमाने पर तबाही हुई है। पंजाब भी प्रभावित हुआ है और प्रमुख शहरों में बड़े पैमाने पर जलभराव हो गया है। बारिश का कहर अब उत्तराखंड की ओर रुख कर चुका है।

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