‘टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरटी ऑफ इंडिया (TRAI) और अमेरिकी टेक कंपनी एपल के बीच ‘डीएनडी ऐप’ को लेकर चला आ रहा विवाद अब सुलझ गया है। एप्पल ने अपने ऐप स्टोर पर ट्राई की डीएनडी ऐप को एवेलेबल कर दिया है। इससे पहले ट्राई ने जुलाई में साफ कर दिया था कि अगर एप्पल अपने ऐप स्टोर पर डीएनडी ऐप इंस्टॉल नहीं करती है, तो भारत में आईफोन बैन हो जाएंगे।

बता दें कि ट्राई की डीएनडी ऐप एप्पल के ऐप स्टोर पर ‘ट्राई डीएनडी- डू नॉट डिस्टर्ब’ के नाम से शनिवार से एवेलेबल हो चुकी है। इस ऐप की मदद से भारतीय यूजर्स फेक कॉल और स्पैम मैसेज को रोक सकते हैं। हालांकि, इसके लिए आईफोन-आईपैड में iOS 12.1 अपडेट होना जरूरी है।

ट्राई की तरफ से 19 जुलाई 2018 को टेलीकॉम कंपनियों के लिए कुछ गाइडलाइंस जारी की गई थी। इसमें ट्राई ने मोबाइल कंपनियों को अपने ऐप स्टोर पर उसका डीएनडी ऐप डाउनलोड करने का ऑप्शन देने को कहा था। इसके साथ ही ये भी कहा गया था कि अगर कंपनी ऐप स्टोर पर डीएनडी ऐप इंस्टॉल नहीं करती है, तो उसपर भारतीय नेटवर्क काम नहीं करेंगे और एक तरह से भारत में आईफओन बैन हो जाएंगे।

दरअसल, ट्राई ने फेक कॉल और स्पैम मैसेज को रोकने के लिए डीएनडी ऐप बनाई थी, जिसे वो ऐप स्टोर में इंस्टॉल कराना चाहती थी। गूगल ने प्ले स्टोर पर पहले ही इस ऐप को इंस्टॉल कर दिया था लेकिन एपल ने ऐसा करने से मना कर दिया।

एपल का कहना था कि ट्राई की डीएनडी ऐप यूजर्स के कॉल और मैसेज को रिकॉर्ड करती है जो उनकी प्राइवेसी के खिलाफ है। एपल का ये भी कहना था कि ट्राई अपनी ऐप इंस्टॉल करने के लिए दवाब नहीं डाल सकती है। एपल का कहना था कि ट्राई को पहले ही बता दिया था कि iOS 12 में नया फीचर जोड़ा गया है जिससे फेक कॉल और मैसेज को ब्लॉक किया जा सकता है।

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