Shivraj Patil: पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शिवराज पाटिल ने एक पुस्तक विमोचन के कार्यक्रम में ऐसा बयान दे दिया, जिसके बाद बवाल मच गया है। उनके बयान के बाद बीजेपी ने उन्हें घेर लिया है। दरअसल, शिवराज पाटिल ने पुस्तक विमोचन के दौरान कहा कि सिर्फ कुरान में जिहाद की बात नहीं हुई है, बल्कि गीता में भी इसका जिक्र किया गया है। उनके इस बयान के सामने आते ही राजनीतिक गलियारों में भूचाल सा आ गया। बीजेपी ने इस बयान को बड़ा मुद्दा बना दिया है। हालात ऐसे हो गए कि कांग्रेस की तरफ से अब शिवराज पाटिल के बयान पर सफाई पेश की गई है।
Shivraj Patil: गीता तो संस्कृति का अहम हिस्सा- जयराम रमेश
कांग्रेस प्रवक्ता जयराम रमेश शिवराज के बयान पर सफाई दी है। उन्होंने कहा कि मेरे एक साथी ने भगवत गीता को लेकर कोई बयान दिया है, जिससे हम सहमत नहीं है। इस मुद्दे पर कांग्रेस का स्टैंड एकदम स्पष्ट है। भारत की संस्कृति में भगवत गीता एक अहम स्तंभ है। जवाहर लाल नेहरू ने भी अपनी किताब ‘द डिस्कवरी ऑफ इंडिया’ में इसका जिक्र किया है।
उन्होंने लिखा था कि गीता के संदेश को किसी एक विचार या स्कूल के साथ नहीं जोड़ा जा सकता है। गीता तो जाति-धर्म से ऊपर उठकर सभी के लिए है। जयराम रमेश ने अपने बयान में ये भी बताया गया है कि गीता में तो इंसान की हर समस्या का समाधान है, समय-समय पर इसने सभी को राह दिखाने का काम किया है।
Shivraj Patil ने क्या कहा था?
गौरतलब है कि गुरुवार को शिवराज पाटिल ने मोहसिना किदवई की किताब का विमोचन किया था। उस किताब का जिक्र करते हुए उन्होंने गीता में जिहाद की बात कह दी। उन्होंने कहा कि सिर्फ कुरान में ही नहीं गीता में भी जिहाद है और जीजस में भी जिहाद है। ये अवधारणा तब सामने आती है जब सही इरादे और सही काम करने के बावजूद कोई समझता नहीं, तब शाक्ति का प्रयोग करना चाहिए। महाभारत के अंदर गीता का वो भाग है उसमें भी जिहाद है।
महाभारत में श्रीकृष्ण जी ने भी अर्जुन को जिहाद का पाठ पढ़ाया था। ईसाइयों ने भी लिखा है कि वे सिर्फ शांति स्थापित करने के लिए नहीं आए हैं। बल्कि साथ में तलवारें भी लाए हैं। यानि कि अगर सबकुछ समझने के बावजूद भी कोई हथियार लेकर आ रहा है, तो आप भाग नहीं सकते हैं।
Shivraj Patil: बीजेपी ने पाटिल को बनाया निशाना
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शिवराज पाटिल के इस बयान को बीजेपी ने बड़ा मुद्दा बना दिया है। बीजेपी के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने ट्वीट कर उन्हें जमकर खरी-खोटी सुनायी है। उन्होंने कहा कि इसी कांग्रेस ने हिंदू आतंकवाद की थ्योरी को जन्म दिया था, राम मंदिर का विरोध किया था, उनके अस्तित्व पर सवाल उठाए थे। कांग्रेस का ये हिंदुओं को लेकर नफरत संयोग नहीं है, बल्कि वोटबैंक का एक प्रयोग है। गुजरात चुनाव से पहले जानबूझकर ध्रुवीकरण के लिए ये मुद्दा उठाया गया है।
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