कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व अध्यक्ष Rahul Gandhi ने किसानों के मुद्दे पर प्रेस कांफ्रेस करके मोदी सरकार की जमकर आलोचना की। राहुल गांधी ने कहा कि मोदी सरकार की मंशा नहीं है किसानों को मुआवजा देने की।
उन्होंने आंदोलन में मारे गये किसानों की लिस्ट दिखाते हुए बताया कि ज्यादतर किसान पंजाब से ताल्लुक रखते हैं। राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस ने इनमें से ज्यादातर परिवारों को 5-5 लाख रुपये का मुआवजा दिया है। इसके अलावा पंजाब में सरकार उनके परिवारों को नौकरी भी देने जा रही है। लेकिन मोदी सरकार इसे स्वीकार नहीं करना चाहती है।
उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन के दौरान पंजाब के जो भी किसान मारे गए हैं, उनका रिकॉर्ड वो सोमवार को संसद में रख देंगे। इसी तरह राहुल गांधी ने कहा कि सरकार ने कोरोना से मारे गए लोगों के आंकड़े के बारे में भी यही कहा था।
राहुल गांधी ने कहा कि सरकार चाहे तो हमसे पंजाब में मारे गए किसानों के परिवार का रिकॉर्ड ले और उन्हें मुआवजा दे। राहुल ने कहा कि सरकार जब अपने कुछ उद्योगपति मित्रों को फायदा पहुंचाना चाहती है तो उसे किसी आधार की जरूरत नहीं पड़ती।

एक प्रश्न का जवाब देते हुए राहुल गांधी ने कहा, सरकार गरीबों और किसानों की बात करती है, लेकिन जब मदद की बात आती है तो साफ कह देती है कि पैसा नहीं है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने माफी मांगी, क्यों मांगी। इसलिए कि कृषि कानून गलत थे और उनकी वजह से किसान सड़क पर आए। अगर कृषि कानूनों के कारण आंदोलन की वजह से किसान मारे गए तो उन्होंने उन पीड़ित परिवारों के बारे में भी सोचना चाहिए।
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