भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और विधायक हृदय नारायण दीक्षित आज अधिकारिक तौर पर यूपी विधानसभा के स्पीकर नियुक्त कर दिए जाएंगे। दीक्षित ने बीते बुधवार को 17वीं विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया था। इस मौके पर बीजेपी विधायकों के अलावा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी विधानसभा की इस ‘विधायकों की मंडल बैठक’ में मौजूद होगें। इस पद के लिए नामांकन भरने वाले वह अकेले उम्मीदवार थे, जिसके चलते उन्हें इस पद के लिए निर्विरोध चुना गया।
विधायक पद से पहले दीक्षित कई अन्य अहम् पदों पर रह चुके है। गौरतलब है कि हृदय नारायण दीक्षित भाजपा के वरिष्ठ नेता है, भाजपा के पिछले कार्यभार के दौरान वह संसदीय कार्यमंत्री पद पर भी रह चुके है। इसके अलावा हृदय नारायण दीक्षित भाजपा के प्रवक्ता और प्रदेश उपाध्यक्ष के पद भी रह चुके हैं।
हृदय नारायण उन्नाव जनपद के भगवंत नगर क्षेत्र से बीजेपी की विधायक पद की कमान संभाल रहे हैं। वह चार बार विधायक और विधानसभा परिषद के सदस्य रह चुके हैं,जिसके चलते उन्हें सदन के नियमों व कार्यवाही का काफी गहन ज्ञाता भी माना जाता है। साथ ही राजनैतिक गलियारों में उनकी छवि काफी साफ-सुथरी है, जिसके चलते बीजेपी सगंठन के साथ अन्य दलों के नेताओं में भी उनकी पकड़ काफी अच्छी है। बीजेपी से उनका नाता इतना लंबा है कि आपातकाल के दौरान वह अटल बिहारी वाजपयी के साथ गिरफ्तार भी किए गए थे, और उस दौरान उन्होंने करीब 19 माह का समय जेल में बिताया था। राज्य सरकार ने सदन की कारवाई को सुचारू रूप से चलाने के लिए और उनकी स्वीकार्यता को देखते हुए ही दीक्षित को यह अहम् जिम्मेदारी दी है।