Agneepath Scheme: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 14 जून को जब अग्निपथ स्कीम का एलान किया तो इस बात का अंदाजा भी नहीं लगाया होगा कि उन्हें इतना विरोध देखने को मिलेगा।देशभर में इस कदर उग्र प्रदर्शन होगा।नई योजना सुनने के 48 घंटे के बाद ही सेना में भर्ती के इच्छुक छात्र योजना के खिलाफ सड़क पर उतर आए।देश के कई हिस्सों में लगातार होते प्रदर्शन और आगजनी के 72 घंटे गुजरने के बाद सरकार ने अपनी स्कीम में बड़े बदलाव की घोषणा कर दी।
सरकार ने अग्निपथ योजना में एक के बाद एक कई बदलाव किए।इस दौरान प्रदर्शनकारी छात्रों का गुस्सा शांत करने की कोशिश की, लेकिन भविष्य के अग्निवीरों की सबसे नाराजगी इस बात को लेकर थी कि हर साल अग्निपथ स्कीम से बाहर होने वाले 75 फीसदी कैडर का क्या होगा?
बता दें कि, केंद्र सरकार ने अग्निपथ स्कीम की लॉन्चिंग 14 जून को की थी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह तीनों सेना प्रमुखों के साथ सेना में भर्ती स्कीम की खूबियां बताई थीं।घोषणा के बाद दो दिन युवाओं को योजना को समझने में लग गए लेकिन जैसे ही इसकी पूरी जानकारी युवाओं को समझ में आई वे आक्रोश प्रकट करने सड़क पर उतर गए।
Agneepath Scheme: रक्षा मंत्रालय की भर्तियों में 10% आरक्षण
रक्षा मंत्रालय के अनुसार आवश्यक पात्रता मानदंडों को पूरा करने वाले अग्निवीरों को रक्षा मंत्रालय की नौकरियों में 10% तक आरक्षण मिलेगा।10% आरक्षण भारतीय तटरक्षक बल और दूसरे सिविलियन पोस्ट और सभी 16 रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में में लागू किया जाएगा। ये आरक्षण भूतपूर्व सैनिकों के लिए मौजूदा आरक्षण के अलावा होगा।
CRPF की भर्ती में मिलेगा 10 प्रतिशत आरक्षण
इससे पहले 18 जून को गृह मंत्रालय ने अग्निवीरों के लिए एलान किया था कि जब अग्निवीर 4 साल की सेवा के बाद बाहर आते हैं। उनके लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल और असम राइफल्स की नौकरियों में 10 फीसदी आरक्षण दिया जाएगा। इसके अलावा केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल और असम राइफल्स में अग्निवीरों की भर्ती में ऊपरी आयु सीमा में 3 साल की छूट दी जाएगी। जबकि अग्निवीरों के पहले बैच के लिए ये छूट 5 साल होगी।
Agneepath Scheme: आयु सीमा में छूट
अग्निपथ योजना के तहत बहाली के लिए उम्र सीमा साढ़े 17 साल से बढ़ाकर 21 साल तक है। छात्रों के इस विरोध के बाद रक्षा मंत्रालय ने एक और संशोधन किया। रक्षा मंत्रालय ने बताया कि अग्निपथ योजना के तहत भर्ती की अधिकतम आयु सीमा 21 से बढ़ाकर अब 23 साल कर दी गई है। हालांकि ये रियायत केवल इसी साल यानी 2022 की भर्ती प्रक्रिया में ही लागू होगी। यानी केवल पहले साल के लिए।
पिछले दो वर्षों कोरोना की वजह से कोई भर्ती नहीं होने के कारण ये निर्णय लिया गया है। इस तरह से वर्ष 2022 बैच के अग्निवीर 28 साल की आयु तक रक्षा मंत्रालय की नौकरियों में आवेदन कर सकेंगे। जबकि सामान्य तौर पर वे 26 साल तक रक्षा मंत्रालय की नौकरियों में आवेदन करने के योग्य होंगे।
Agneepath Scheme: अग्निवीरों के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता 10वीं पास होगी
अग्निवीरों के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता 10वीं पास है। इसके बाद उन्हें 4 साल नौकरी करनी पड़ रही थी। इस हालात में उनके सामने अपनी पढ़ाई जारी करने को लेकर चिंता हो सकती थी। इस समस्या के निदान के लिए स्कूली शिक्षा विभाग ने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूल (NIOS) के जरिए उन्हें 12वीं तक पढ़ाई करने का विकल्प दिया गया। इसके लिए NIOS जरूरी बदलाव करने जा रहा है।
Agneepath Scheme:18 साल में नौकरी शुरू
अग्निपथ योजना के विरोध में सोमवार को कई संगठनों ने भारत बंद का एलान किया है। युवाओं की सबसे ज्यादा नाराजगी 4 साल की सेवा अवधि को लेकर है। युवाओं के अलावा नेताओं ने भी कहा कि 18 साल में नौकरी शुरू कर युवा 22 साल में बेरोजगार हो जाएंगे तो इसके बाद उनका क्या होगा?
बैचलर डिग्री का स्पेशल कोर्स
शिक्षा मंत्रालय ने अग्निवीरों के लिए 3 साल का विशेष स्किल बेस्ड बैचलर डिग्री लॉन्च करने का फैसला लिया है। इसमें अग्निवीरों द्वारा 4 साल की सेवा के दौरान सीखे गए टेक्निकल स्किल को प्राथमिकता दी जाएगी। सूत्रों ने कहा कि IGNOU के साथ मिलकर इस कोर्स को डिजाइन किया जा रहा है। इस कोर्स में 50 फीसदी क्रेडिट सिर्फ स्किल ट्रेनिंग के लिए मिलेगा जो अग्निवीरों के सेवा काल के दौरान सीखा है।