पूर्व वित्तमंत्री पी. चिदंबरम की मुश्किलें बढ़ सकती है। उनको आज प्रवर्तन निदेशालय ने बुलाया । पूर्व वित्तमंत्री पी. चिदंबरम आज सुबह 11 बजे ईडी के दफ्तर पहुंचे। वजह थी आईएनएक्स मीडिया धनशोधन मामले में पूछताछ की। ईडी अधिकारियों ने जुड़े कई अन्य मुद्दों पर उनसे पूछताछ की। इसमें विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) द्वारा आईएनएक्स मीडिया को 2007 में दी गई मंजूरी पर सवाल भी शामिल थे। एजेंसी ने चिदंबरम को नवंबर में समन जारी किया था, जिसमें उन्हें ईडी के समक्ष बयान दर्ज कराने के लिए प्रस्तुत होने को कहा गया था। पिछले महीने दिल्ली हाईकोर्ट ने पी चिदंबरम को गिरफ्तार से 15 जनवरी तक अंतरिम राहत दी थी। मंगलवार को दिल्ली की एक अदालत ने एयरसेल-मैक्सिस मामले में पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम और उनके बेटे कार्ति चिदंबरम की गिरफ्तारी पर रोक की अवधि मंगलवार को 11 जनवरी तक बढ़ा दी थी। विशेष न्यायाधीश ओ. पी. सैनी ने चिदंबरम और उनके बेटे कार्ति को मिली इस राहत को सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय के यह कहने के बाद बढ़ाया कि कुछ नई सामग्री मिली है जिनका मिलान किया जाना है।

कांग्रेसी अधिवक्ता कपिल सिब्बल कर रहे हैं पैरवी

चिदंबरम की ओर से पेश होने वाले वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने इससे पहले अदालत से सीबीआई और निदेशालय द्वारा दर्ज दोनों मामलों में पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सह-आरोपी कार्ति की गिरफ्तारी पर रोक बढ़ाने का आग्रह किया था। पिता और पुत्र ने दोनों एजेंसियों के उन आरोपों से इनकार किया है कि मामले की जांच के दौरान वे टाल-मटोल करते रहे और उन्होंने सहयोग नहीं किया। पी. चिदंबरम ने इस साल मई में अग्रिम जमानत का आवेदन दायर किया था। गिरफ्तारी से उनके संरक्षण की अवधि समय-समय पर बढ़ती रही है। एजेंसियों ने दोनों आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की इजाजत यह कहते हुए मांगी थी कि वे सहयोग नहीं कर रहे हैं। यही कारण है कि जांच एजेंसी को सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के मुताबिक समयबद्ध तरीके से पूरा करने में परेशानी आ रही है।

चिंदबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम भी हैं घेरे में

हम आपको बता दें कि सीबीआई और ईडी इस बात की भी जांच कर रहे हैं कि कैसे पूर्व वित्तमंत्री चिंदबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम ने विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) से मंजूरी दिलाने का प्रबंध किया था। कार्ति चिदंबरम को आईएनएक्स मीडिया को 2007 में एफआईपीबी से मंजूरी दिलाने के लिए कथित रूप से रिश्वत लेने के आरोप में 28 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था। साल 2007 के दौरान कार्ति के पिता पी. चिदंबरम संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार में वित्त मंत्री थे। कार्ति को बाद में जमानत दे दी गई थी। इस मामले में ईडी ने कार्ति के चार्टर्ड अकाउंटेंड एस. भास्करारमन को भी गिरफ्तार किया था। बाद में उन्हें जमानत मिल गई थी।

ईडी की अबतक की जांच से पता चला है कि एफआईपीबी की मंजूरी के लिए आईएनएक्स मीडिया के पीटर व इंद्राणी मुखर्जी ने पी.चिदंबरम से मुलाकात की थी ताकि उनके आवेदन में किसी तरह की देरी ना हो। ईडी ने कहा, ‘पी.चिदंबरम से उनके बेटे के व्यापारिक हितों को ध्यान में रखकर सवाल किए गए। ईडी ने पीटर मुखर्जी द्वारा कार्ति पी. चिदंबरम के नियंत्रण वाली एएससीपीएल व उससे जुड़ी इकाइयों को हेरफेर करके डेबिट नोट्स के जरिए 3.09 करोड़ रुपये के भुगतान की पहचान की।’

करोड़ों की प्रोपर्टी को प्रवर्तन निदेशालय ने कर लिया है अटैच
आईएनएक्स मीडिया मामले में पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम की करोड़ों की संपत्तियां जब्त हो चुकीं हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने INX मीडिया केस में पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदम्बरम के पुत्र कार्ति चिदम्बरम की लगभग 54 करोड़ रुपये की संपत्तियों और बैंक में जमा राशियों को ज़ब्त कर लिया है। संपत्तियों में नई दिल्ली के जोर बाग, ऊटी और कोडाईकनाल में मौजूद बंगले, UK में स्थित आवास तथा बार्सीलोना में मौजूद एक संपत्ति शामिल हैं।

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