लालू यादव और उनके परिवार पर मुसीबतें खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही हैं। जहां अभी कल ही महागठबंधन में टूट के बाद लालू के दोनों बेटे तेजस्वी और तेज प्रताप सत्ता से बेदखल हुए थे, वहीं आज प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी पूरे परिवार पर अपना शिकंजा कसा। ईडी ने मनी लॉन्ड्रिग के आरोप में लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और छोटे बेटे तेजस्वी यादव के खिलाफ केस दर्ज किया।

लालू यादव पर रेल मंत्री रहते हुए 2006 में रेलवे संपत्तियों को कम रेट पर प्राइवेट कंपनी को लीज देने का आरोप है। इससे पहले इस मामले में सीबीआई ने भी लालू यादव के खिलाफ केस दर्ज किया था। इस मामले में सीबीआई लालू यादव, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव से पूछताछ भी कर चुकी है। जिसके आधार पर  ईडी ने मनी लॉन्ड्रिग के तहत यह नया केस दर्ज किया है। इस मामले में लालू, राबड़ी और तेजस्वी के अलावा कुछ अन्य लोगों पर भी मुकदमा दर्ज किया गया है।

वहीं दूसरी तरफ लालू यादव की बेटी मीसा भारती और दामाद शैलेष कुमार को भी ईडी ने अपने संपत्ति के सम्पूर्ण दस्तवेजों को जमा कराने का आदेश दिया है। इस मामले में दोनों के खिलाफ पहले से ही मनी लॉन्ड्रिग का केस चल रहा है और ईडी पहले ही दोनों से पूछताछ कर चुकी है। उनके घर और फार्म हाउस पर ईडी ने छापा भी मारा था, मगर दोनों ने पूरे दस्तावेज ईडी को नहीं सौंपे थे। अब ईडी ने पूरे दस्तावेज की मांग की है, हालांकि इसके लिए उन्हें पेश होना जरूरी नहीं है।

सरकारी सुविधाएं भी ली गई वापस

तेजस्वी प्रसाद यादव के उपमुख्यमंत्री की कुर्सी छिन जाने के बाद राज्य सरकार की ओर से दी गई सारी सुविधाएं वापस ले ली गई हैं। हालांकि एक प्रक्रिया के तहत यह कार्यवाही की गई है। अब यह सुविधा नवनिवयुक्त उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी को दी जाएगी।

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