भारत के दक्षिणी राज्य  केरल, तमिलनाडु और लक्ष्‍यद्वीप  में ‘ओखी’ के कारण जानमाल का भारी नुकसान हुआ है। वहीं मौसम विभाग की माने तो चक्रवात ओखी 140 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ़्तार से लक्ष्यद्वीप और मिनिक्यो की ओर बढ़ रहा है। अधिकारियों की माने तो तमिलनाडु में 1 नौका और उसमें सवार 4 मछुआरे और केरल में 13 नौकाएं उनमें सवार 38 मछुआरे लापता हैं।

साथ ही इस तूफान से श्रीलंका भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुआ है। यहां जबर्दस्त तूफान के साथ कई क्षेत्रों में भारी बारिश होने से कम से कम सात लोगों की मौत हो गई और करीब बीस हजार लोग प्रभावित हुए हैं। तूफान से वायु यातायात एवं जरूरी सेवाएं भी बाधित हैं।

बता दें कि दोनों राज्य केरल और तमिलनाडु सरकार ने इस चक्रवात को देखते हुए प्रशासन को हाई अलर्ट पर रखा है। तूफान ओखी लक्षद्वीप दो दिसंबर तक पहुंचेगा। राज्य सरकार ने अधिकारियों से कहा है कि दक्षिणी जिलों के निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को राहत केंद्रों में ले जाया जाए।

इस तूफान से क्षति को ध्यान में रखते हुए तमिलनाडु और केरल दोनों ही जगहों पर स्कूल बंद हैं और लोगों से घरों में रहने को कहा गया है। वहीं श्रीलंका में मध्य, पश्चिमी और दक्षिणी प्रांतों में स्कूलों को बंद कर दिया गया है। मध्य पर्वतीय जिलों में कई मकान आशिंक रूप से क्षतिग्रस्त हो गये और बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई है।

भारतीय मौसम विज्ञान की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार 65-75 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से हवा चल रही हैं और दक्षिणी केरल में अगले 48 घंटों और दक्षिणी तमिलनाडु में 24 घंटों के भीतर इसके 85 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंचने की आशंका है।

कन्याकुमारी, तूतिकोरिन और रामनाथपुरम समेत राज्य के तटीय इलाकों में अगले 24 घंटे तक मछुआरों को समंदर में नहीं जाने की सलाह दी गई है। कन्याकुमारी में भारी बारिश और आंधी के चलते चार लोगों की मौत हो गई है और यह संख्या बढ़ने की आशंका है। इसी के साथ कोयंबटूर, पुड्डुचेरी और चेन्नई में भी तेज बारिश हो सकती है। बुधवार को बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी इलाके में बना दबाव क्षेत्र गुरुवार सुबह तक बढ़ते हुए तूफान में बदल गया।

इस तूफान को देखते हुए रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमन ने कोस्ट गार्ड वेस्ट के रीजनल कमांडर आईजी नौटियल से बातचीत की है। निगरानी के लिए विमान डोर्नियर और पी-8आई को भी तैनात कर दिया गया है। नेवी के 7 और कोस्टगार्ड के 2 युद्धपोत को तैनात किया गया। कोच्चि में नेवी के 5 शिप तैनात किए गए। 2 जहाजों को लक्षद्वीप में अलर्ट पर रखा गया। इंडियन कोस्ट गार्ड के 2 जहाज को कोच्चि और तूतीकोरन में तैनात किया गया। इंडियन नेवी के जहाज निरीक्षक, जमुना, सागरध्वनि, कोबरा, कल्पेनी, शार्दुल और शारदा तैनात हैं। इंडियन कोस्ट गार्ड के जहाज सारथी और समर भी तैनात।

गौरतलब है कि इसे देखते हुए ईसीजीएस समर्थ को कोच्चि में राहत कार्यों के लिए रवाना किया गया है। इसके अलावा एक और जहाज सी-427 भी राहत कार्यों में लगा हुआ है। ईस्टर्न नेवल कमांड की ओर से पी8आई पेट्रोल एयरक्राफ्ट भी राहत कार्यों में शामिल किया जाएगा।

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