उत्तर प्रदेश के आजमगढ़, जौनपुर और मऊ जिले के बाद गाजीपुर जिले में धर्म परिवर्तन के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। बता दें कि बीते तीन-चार दिनों में खानपुर थाना क्षेत्र के जल्दीपुर, नेवादा ओर बिझवल में तीस से ज्यादा हिंदू परिवारों को प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन कराया गया।

हालांकि ईसाई धर्म अपनाने वाले हिंदू परिवार इस बात से इंकार कर रहे हैं लेकिन इन गांवों के कई घरों पर ईसाई धर्म का प्रतीक चिन्ह क्रॉस दिखाई दे रहा है। बताया जा रहा है कि धर्म परिवर्तन की तैयारी काफी पहले से चल रही थी लेकिन स्थानीय लोगों समेत प्रशासन को भी इसकी भनक नहीं लगी।

वहीं धर्म परिवर्तन की सूचना पर जिला प्रशासन हरकत में आया है और जांच के आदेश दिए हैं। जानकारी के मुताबिक, एसओ खानपुर ने प्रमुख प्रचारक को हिरासत में लिया है। आरोप है कि जिले की अलग-अलग क्षेत्रों में पिछले लगभग डेढ़ साल से हर रविवार चल रहीं प्रार्थना सभाओं में लोगों को प्रलोभन देकर यह खेल चल रहा है।

बता दें कि जिले में बढ़ रही धर्म परिवर्तन की घटनाओं से चिंतित अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा युवा के एक प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को उप जिलाधिकारी कासिमाबाद को पत्र देकर धर्म परिवर्तन को रोकने के लिए तत्काल कार्रवाई की मांग की थी। पत्र में क्षेत्र के कई गांवों का जिक्र करते हुए अवगत कराया गया कि इस समय दलित बस्तियों में उनकी गरीबी, अशिक्षा और लाचारी को माध्यम बनाकर कुछ तत्व धर्म परिवर्तन कराने का प्रयास कर रहे हैं।

पत्र में बताया गया कि बीते छह नवंबर को कासिमाबाद विकासखंड के खेताबपुर ग्राम पंचायत में एक कार्यक्रम आयोजित कर दलितों का धर्म परिवर्तन कराने का प्रयास किया जा रहा था। जिसे अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा युवा ने समय रहते रोक दिया।

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