Rahul Gandhi: राहुल गांधी की सांसदीय जाने के बाद कांग्रेस लगातार सरकार पर हमलावर है। संसद की सदस्यता अयोग्य घोषित होने के बाद कई नेता अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। इसी मुद्दे को लेकर कांग्रेस पार्टी और कार्यकर्ताओं पूरे देश में एक दिन का संकल्प सत्याग्रह कर रहे हैं। इस पर राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत, कांग्रेस सांसद शशि थरूर तथा अन्य नेता अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।

Rahul Gandhi: राहुल गांधी ने बदला देश का एजेंडा-अशोक गहलोत
Rahul Gandhi: राजस्थान सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी का मकसद देश में लोकतंत्र बचाना है। पार्टी के सत्याग्रह के लिए यहां जिस तरह से लोग जुटे हैं, वह देश को एक संदेश देता है। कल राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद देश में एक राष्ट्रीय बहस शुरू हो गई है। लोगों ने उनकी बातों की सराहना की।
राहुल गांधी ने एजेंडा बदल दिया है, अब देश में लोकतंत्र बचाने का एजेंडा चल रहा है। राहुल गांधी ने स्पीकर से बोलने का मौका मांगा था लेकिन उन्हें मौका नहीं दिया गया और सदन से निष्कासित कर दिया, इस साजिश पर देश के लोगों में गुस्सा है। उन्होंने आगे कहा कि मैंने पहली बार देखा है कि कोई मुद्दा आया हो, आरोप लगे लेकिन नेता उसपर जवाब देने को तैयार नहीं हैं। आजादी के बाद पहली बार देखा कि कोई प्रधानमंत्री जवाब नहीं दे रहा है। जवाब तो दूर प्रधानमंत्री तो अडानी का नाम लेने को भी तैयार नहीं हैं।
संकल्प सत्याग्रह के दौरान गहलोत ने कहा कि जब भारत जोड़ो यात्रा निकाली जा रही थी और राहुल गांधी की लोकप्रियता बढ़ रही थी, भाजपा एक युवा नेता को कमजोर करने की साजिश रची। इनका साजिश रचने का इतिहास रहा है। वे अडानी के खिलाफ आरोपों और सवालों का जवाब नहीं दे सके।
Rahul Gandhi: कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कही ये बात
Rahul Gandhi: केरल से कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने राहुल गांधी की सांसदीय जाने को लेकर पूछे गए सवाल पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि ये सिर्फ अब कांग्रेस या राहुल गांधी की बात नहीं, लोकतंत्र की बात है। क्या ये लोकतंत्र के लिए सही है कि विपक्ष के मुख्य नेता संसद में अपनी आवाज़ नहीं उठा सकते? उन्हें जेल भेजने की बात हो रही है।इसका नुकसान सिर्फ भारत को हो रहा है।
साथ ही उन्होंने कहा कि राहुल गांधी पहले से और मज़बूत हुए हैं,कांग्रेस पार्टी मजबूत हुई है। विपक्ष एकजुट हुआ है लेकिन नुकसान सिर्फ भारत का है। थरूर ने सरकार पर हमला करते हुए कहा कि यह लोकतंत्र की ही व्यवस्था के बारे में है, एक ऐसी व्यवस्था जिसमें लोगों को बोलने की आज़ादी हो, अपने विचार व्यक्त करने की आज़ादी हो, सरकार को सवालों से चुनौती देने और सरकार को जवाबदेह ठहराने की आज़ादी हो। यह विपक्ष का विजन था जिसके लिए पीएम मोदी ने खुद आह्वान किया था।
इस दौरान महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने भी मीडिया से बात करते हुए अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की अयोग्यता का मतलब लोकतंत्र को चोट पहुंचाना और खत्म करना है। हम लोकतंत्र की रक्षा के लिए प्रयास कर रहे हैं। यह हमारा शांतिपूर्ण सत्याग्रह है। आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।हम इस कार्रवाई के खिलाफ कानूनी रूप से अपील करेंगे और कानूनी लड़ाई लड़ी जाएगी। राजनीतिक लड़ाई जारी रहेगी, जैसा कि आप देख सकते हैं।
सांसद के रूप में राहुल गांधी की अयोग्यता के विरोध में कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उत्तराखंड, गुजरात, महाराष्ट्र, ओडिशा तथा अन्य राज्यों में संकल्प सत्याग्रह में भाग लिया। बता दें कि कांग्रेस देशभर में रविवार यानी 26 मार्च को संकल्प सत्याग्रह कर रही है। इस कार्यक्रम की शुरूआत दिल्ली से की गई। दिल्ली में कांग्रेस के कई बड़े नेताओं ने संकल्प सत्याग्रह में भाग लिया और देश में लोकतंत्र को बचाने की अपील की।
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