G20 Summit 2023: अब तक का सबसे कामयाब G20 शिखर सम्मेलन, New Delhi Declaration पर बनी आम सहमति, PM Modi ने सभी को दी बधाई

G20 Summit 2023: एजेंडे में जलवायु परिवर्तन, ऋण, खाद्य सुरक्षा, स्थिरता और जियोपॉलिटिकल तनाव पर चर्चा शामिल है। भारत ने इस वर्ष के शिखर सम्मेलन की थीम 'One Earth, One Family, One Future' रखी है।

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G 20 Summit and PM Modi with FM Nirmala Sitaraman
G 20 Summit and PM Modi with FM Nirmala Sitaraman

G20 Summit 2023: पीएम मोदी ने कहा कि हमारी टीम की कड़ी मेहनत और सभी के सहयोग से नई दिल्‍ली जी20 नेतृत्‍व घोषणा पर सहमति बन कई है।मैं घोषणा करता हूं कि इस घोषणा को स्वीकार कर लिया गया है। मैं इसे अपनाए जाने का ऐलान करता हूं। इस अवसर पर, मैं अपने शेरपा, मंत्रियों को बधाई देता हूं, जिन्होंने इसके लिए कड़ी मेहनत की और इसे संभव बनाया।

#NewdelhiLeadersDeclaration निम्नलिखित पर केंद्रित है

– Strong, Sustainable, Balanced, and Inclusive Growth
– Accelerating Progress on #SDGs
– Green Development Pact for a Sustainable Future
– Multilateral Institutions for the 21st Century
– Reinvigorating Multilateralism

दिल्ली में आयोजित G20 शिखर सम्मेलन में पर्यावरण, ससटेनेबल डे‍वलपमेंट से लेकर कई महत्‍वपूर्ण मुददों पर चर्चा हुई। जी20 समिट के शेरपा अमिताभ कांत ने बड़े सख्त लहजे में चीन को संदेश भी दिया।उसी अंदाज में प्रधानमंत्री मोदी के ग्लोबल साउथ विजन को रखा। दूसरा विदेश सचिव विनय क्वात्रा, शेरपा अमिताभ कांत और अन्य ने जी-20 शिखर सम्मेलन के समग्र नतीजे पर पहुंचने, संयुक्त घोषणा पत्र के जारी होने के संकेत दिए हैं। सबसे दिलचस्प तथ्य है कि यह सब चीन को न पसंद आने वाले वसुधैव कुटुम्बकम के संदेश के साथ होगा।

पीएम मोदी ने कहा, कोविड-19 के बाद विश्व में बहुत बड़ा संकट विश्वास के अभाव का आया है। युद्ध ने ट्रस्ट डेफिसिट को और गहरा किया है। G20 को अब G21 कहा जाएगा। अफ्रीकन यूनियन को स्थाई सदस्यता मिल गई है। भारत ने खुद को ग्लोबल साउथ के लीडर के तौर पर स्थापित किया। अफ्रीकन यूनियन में 55 देश शामिल हैं। पीएम मोदी ने कहा, अफ्रीकन यूनियन को G20 को स्थाई सदस्य्ता दी जाए। आप सबकी सहमति से आगे की कार्रवाई शुरू करने से पहले अफ्रीकन यूनियन को सदस्य के रूप में आमंत्रित करता हूं।

PM Modi ने कहा जब हम कोविड को हरा सकते हैं तो आपसी अविश्वास के तौर पर आए संकट को भी हरा सकते हैं। हम सब मिलकर ग्लोबल ट्रस्ट डेफिसिट को एक विश्‍वास और एक भरोसे में बदलें। ये सबको साथ मिलकर चलने का समय है। सबका साथ, सबका विकास, सबका प्रयास का मंत्र हम सब के लिए पथ प्रदर्शक बन सकता है। भारत की जी20 प्रेसिडेंसी देश के भीतर और देश के बाहर INCLUSION का सबका साथ का प्रतीक बन गई है।

जी-20 कार्यक्रम स्थल भारत मंडपम में विदेशी मेहमानों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद स्‍वागत कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़ी ही गर्मजोशी के साथ सभी राष्‍ट्राध्‍यक्षों का वेलकम किया। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जुगनाथ, मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी, नीदरलैंड के प्रधानमंत्री मार्क रुटे, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस, विश्व बैंक के अध्यक्ष अजय बंगा, विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक टेड्रोस एडनोम घेब्रेयेसस, ओईसीडी (आर्थिक सहयोग और विकास संगठन) के महासचिव माथियास कॉर्मन, इवेला-विश्व व्यापार संगठन के महानिदेशक के नगोजी ओकोन्जो, कोमोरोस के राष्ट्रपति, अफ्रीकी संघ के अध्यक्ष अज़ाली असौमानी, ओमान वीसी असद बिन तारिक बिन तैमुर अल सईद का गर्मजोशी से स्वागत किया।

भारत G20 शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहा है।आज यानी शनिवार को समिट के पहले दिन दुनिया की 20 प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के दिग्गज नेता एकसाथ बैठेंगे। इस दृश्‍य को पूरी दुनिया देख रही है।
मालूम हो कि समिट दो दिन चलेगा।एजेंडे में जलवायु परिवर्तन, ऋण, खाद्य सुरक्षा, स्थिरता और जियोपॉलिटिकल तनाव पर चर्चा शामिल है। भारत ने इस वर्ष के शिखर सम्मेलन की थीम ‘One Earth, One Family, One Future’ रखी है। सभी की निगाहें नेताओं की संयुक्त घोषणा पर है।

G20 Summit 2023: चीन को पसंद नहीं वसुधैव कुटुम्बकम की थीम

मालूम हो कि वसुधैव कुटुम्बकम की थीम पर चीन को खासा ऐतराज है। इसे भारत ने तीन दर्शन (एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य) में पिरोया है। भारत कहना चाहता है कि पूरी दुनिया एक है। आपस में एक परिवार है। एक-दूसरे पर पड़ने वाले असर दुनिया को प्रभावित करते हैं। इसलिए साझा भविष्य में सभी की भलाई है। जी-20 शिखर सम्मेलन में 09 सितंबर की सुबह एक पृथ्वी की थीम पर इसकी शुरुआत होगी। इसके बाद अगला चरण दुनिया एक परिवार का रहेगा। तीसरा चरण एक भविष्य पर टिका होगा। चीन को यही थीम नापसंद है।
चीन को लग रहा है कि भारत इसके सहारे अपनी विश्वगुरु की थीम को आगे कर रहा है। वह जी-20 के संयुक्त वक्तव्य में अपनी महत्वाकांक्षी वन बेल्ट वन रोड की इंट्री के पक्ष पक्ष में बताया जा रहा है। इसी ऐतराज को ध्‍यान में रखकर वह आम सहमति के जी-20 के संयुक्त घोषणा पत्र पर दस्तखत करने में आनाकानी कर रहा है।

ग्लोबल साऊथ पर बड़े स्‍तर पर चर्चा

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने जी-20 के संदर्भ में बताया कि भारत ग्लोबल साऊथ की आवाज बन रहा है। शेरपा अमिताभ कांत ने इस पर कई बार जोर दिया। उन्होंने इसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का दृष्टिकोण बताया। जी-20 का मुख्य एजेंडा बताया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी मारीशस के प्रधानमंत्री प्रविन्द जगन्नाथ से ग्लोबल साऊथ के प्रति वचनबद्धता दोहराई है। समझा जा रहा है कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन से भी इसको लेकर चर्चा होगी। जी-20 के संयुक्त घोषणा पत्र और विजन डाक्यूमेंट में इसे स्थान मिलने की संभावना है। अर्थात भारत कहना चाहता है कि जी-20 का परिदृश्य केवल इसके सदस्य देशों, साथियों की आवाज से ही नहीं तय होना चाहिए, बल्कि इसमें हमारे ग्लोबल साऊथ के साथियों की चिंताओं को भी शामिल किया जाना चाहिए।

दुनिया में दो शब्द (ग्लोबल नार्थ और ग्लोबल साऊथ) खूब प्रचलित हैं। ग्लोबल नार्थ में दुनिया के अमीर, विकसित, संपन्न देश हैं। इसमें अमेरिका, कनाडा, आस्टेलिया, न्यूजीलैंड, एशिया के विकसित देश (जापान, दक्षिण कोरिया,हांगकांग, ताइवान,सिंगापुर), यूरोप आते हैं। शेष देश दक्षिण में आते हैं। इन्हें ग्लोबल साऊथ कहा जाता है। इस श्रेणी में 100 से अधिक देश हैं। भारत का कहना है कि आर्थिक असमानता का सामना कर रहे इन देशों के हित भी विश्व के एजेंडे में शामिल होना चाहिए।

G20 Summit 2023: भारत पहुंचे सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस

G20 Summit 2023: सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस और प्रधानमंत्री प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान बिन अब्दुलअज़ीज़ अल सऊद 9-11 सितंबर तक भारत दौरे पर आए हैं। यात्रा के दौरान वो जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे।

G20 Summit 2023: इस तरह रहेगा समिट में आज का शेड्यूल

  • सुबह 9:30 – 10:30 बजे: वैश्विक नेता और प्रतिनिधिमंडल प्रमुख भारत मंडपम पहुंचेंगे। ट्री ऑफ लाइफ फोयर में प्रधानमंत्री के साथ स्वागत फोटो। लीडर्स लाउंज, लेवल 2 पर इकट्ठा होंगे।
  • सुबह 10:30 बजे – दोपहर 1:30 बजे: समिट हॉल में पहला सेशन ‘वन अर्थ’ होगा. उसके बाद वर्किंग लंच।
  • दोपहर 1:30 – 3:30 बजे: विभिन्न द्विपक्षीय बैठकें होंगी. जर्मनी, ब्रिटेन, इटली और जापान के साथ द्विपक्षीय बैठकें होंगी।
  • दोपहर 3:30 – 4:45 बजे: शिखर सम्मेलन स्थल पर दूसरा सेशन ‘वन फैमिली’ होगा. उसके बाद नेता अपने होटल लौट जाएंगे।
  • शाम 7 बजे – रात 8 बजे: नेता और प्रतिनिधिमंडल प्रमुख रात्रिभोज के लिए पहुंचेंगे, जिसकी शुरुआत एक स्वागत फोटो के साथ होगी।
  • रात 8 बजे – रात 9 बजे: रात्रिभोज और चर्चाएं होंगी।
  • रात 9 बजे – 9:45 बजे: पहले दिन के कार्यक्रम के समापन के लिए भारत मंडपम में लीडर्स लाउंज में एकत्रित होंगे।
  • अपडेट जारी है

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